ये कक्षायें एक से चार दिसंबर तक रसूलाबाद स्थित मिशन की प्रयाग शाखा के अखिलेश्वर महादेव मंदिर में पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुई। कार्यक्रम के समापन में मिशन के वरिष्ठ सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों ने स्वामीजी के प्रति हृदय से आभार प्रकट किया तथा कक्षा की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
गंगा तट पर स्थित चिन्मय मिशन में चार दिवसीय ज्ञान यज्ञ, मिशन के विश्व प्रमुख स्वामी स्वरूपानंद के प्रवचन का समापन हुआ। मिशन के सदस्य तथा श्रोताओं ने स्वामी जी के मुख से ‘हनुमानाष्टक’ की अद्भुत व सरस व्याख्या का आनंद लिया, महाराज ने हनुमान जी के व्यक्तित्व के दिव्य गुणों, उनकी अनन्य भक्ति तथा भगवान के काज के लिए सदैव तत्पर रहने वाले अलौकिक प्रेम के विषय में अद्भुत व्याख्यान प्रस्तुत किया।
ये कक्षायें एक से चार दिसंबर तक रसूलाबाद स्थित मिशन की प्रयाग शाखा के अखिलेश्वर महादेव मंदिर में पूरी भव्यता के साथ संपन्न हुई। कार्यक्रम के समापन में मिशन के वरिष्ठ सदस्यों एवं अन्य पदाधिकारियों ने स्वामीजी के प्रति हृदय से आभार प्रकट किया तथा कक्षा की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इसके बाद गुरुदक्षिणा का कार्यक्रम हुआ और महाराज जी ने सबको प्रसाद पुस्तिका प्रदान की। सत्संगी भाइयों ने बुक स्टाल पर जाकर अपने व अपने बच्चों के लिये अनेक ज्ञानवर्धक मिशन की पुस्तकें भी खरीदीं। आश्रम में समष्टि भिक्षा का आयोजन किया गया था, जिसमें सभी महात्माओं ने, ट्रस्ट के सदस्यों ने व भक्तों ने भाग लिया। श्री हनुमान जी के प्रति अनन्य भक्तिभाव से सम्पन्न होकर सभी भक्तों ने स्वामी जी का आशीर्वाद प्राप्त किया।
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