Indira Marathon : प्रयागराज की अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन प्रतियोगिता में सेना के प्रदीप सिंह चौहान ने बाजी मार ली है। उत्तराखंड के रहने वाले चौहान ने 2 घंटे 19 मिनट 58 सेकंड पर 42.195 किलोमीटर की रेस पूरी की। दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ के ज्ञान बाबू रहे। ज्ञानबाबू ने 2 घंटे 20 मिनट 35 सेकंड में दौड़ पूरी की। इसी तरह तीसरे नंबर पर प्रयागराज के रोहित सरोज रहे।
प्रयागराज की अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन प्रतियोगिता में सेना के प्रदीप सिंह चौहान ने बाजी मार ली है। उत्तराखंड के रहने वाले बिब नंबर 211 चौहान ने 2 घंटे 19 मिनट 58 सेकंड पर 42.195 किलोमीटर की रेस पूरी की। दूसरे स्थान पर प्रतापगढ़ के ज्ञान बाबू रहे। बिब नंबर 165 ज्ञानबाबू ने 2 घंटे 20 मिनट 35 सेकंड में दौड़ पूरी की। इसी तरह तीसरे नंबर पर प्रयागराज के रोहित सरोज रहे। बिब नंबर 344 रोहित ने 2 घंटे 22 मिनट 43 सेकंड में दौड़ पूरी की। इसी तरह महिला वर्ग में हरियाणा की रेनू संधू ने पहले स्थान प्राप्त किया। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र की अश्वनी मदन यादव और महाराष्ट्र की ही ज्योति गावते तीसरे स्थान पर रहीं।
पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाली 42.195 किलोमीटर लंबी इंदिरा मैराथन रेस प्रतियोगिता शुरू हुई। बुधवार को सुबह 6.30 बजे मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल ने हरी झंडी दिखाकर रेस को रवाना किया। आनंद भवन के सामने आयोजित मंच पर पहले उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण किया। इसके बाद हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर डीएम मनीष कुमार वर्मा, खेल निदेशक आरपी सिंह सहित बड़ी संख्या में अधिकारी मौजूद रहे।
आनंद भवन से शुरू हुई मैराथन प्रतियोगिता आनंद भवन से निकलकर इलाहाबाद विश्वविद्यालय चौराहा, एलनगंज मार्ग, एनसीसी गेट, आबकारी ऑफिस, ट्रैफिक पुलिस लाइन चौराहा, मेयोहाल चौराहा, एजी ऑफिस चौराहा, इंदिरा गांधी चौराहा, पोलो ग्राउंड, हाईकोर्ट, पत्थर गिरजाघर, हनुमान मंदिर, सीएमपी कॉलेज, बैहराना, नया यमुना पुल, चाका ब्लॉक, दांदूपुर पेट्रोल पंप से होते हुए वापसी में इसी मार्ग से मदन मोहन मालवीय स्टेडियम पहुंचे।
प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विजेता खिलाड़ी को दो लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। दूसरा स्थान पाने वाले धावक को एक लाख और तीसरे को 75 हजार रुपये मिलेंगे। दौड़ में 500 से अधिक धावक हिस्सा ले रहे हैं। इसमें कई राष्ट्रीय स्तर के धावक और एथलीट शामिल हैं। सेना, पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा पुलिस और पीएसी के धावकों के अलावा आम धावक भी हिस्सा ले रहे हैं। पूरे 42 किलोमीटर रूट पर डायर्जन किया गया है। जगह जगह स्टाल लगाए गए हैं। उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली, केरल, दिल्ली, राजस्थान, बिहार, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र समेत अन्य जगहों से धावक शामिल रहे।

विजेता खिलाड़ियों की सूची (पुरुष वर्ग)
- प्रदीप सिंह चौहान- उत्तराखंड प्रथम (2: 19:58)
- ज्ञानबाबू – प्रतापगढ़- द्वितीय- (2:20:35)
- रोहित सरोज- प्रयागराज तृतीय (2:22:43)
- बुगाथा श्रीनू- आंध्र प्रदेश सांत्वना पुरस्कार (2:25:06)
- रितेश- शामली- सांत्वना पुरस्कार (2:29:44)
- निशांत- गाजियाबाद- सांत्वना पुरस्कार (2:33:26)
- आकाश- मुजफ्फर नगर- सांत्वना पुरस्कार (2:33:35)
- अक्षय कुमार- मुजफ्फर नगर- सांत्वना पुरस्कार (2:33:41)
- रिंकू सिंह- बुलंदशहर- सांत्वना पुरस्कार (2:34:38)
- उमेश प्रजापति- अमेठी- सांत्वना पुरस्कार (2:35:49)
- सत्यम यादव- प्रयागराज- सांत्वना पुरस्कार (2:37:15)
- उत्सव- प्रयागराज- सांत्वना पुरस्कार (2:37:46)
- प्रदीप कुमार पाल (प्रयागराज-सांत्वना पुरस्कार (2:43:15
- गौरव निषाद- सुल्तानपुर-सांत्वना पुरस्कार (2:43:40)
विजेता खिलाड़ियों की सूची (महिला वर्ग)
- रीनू संधू- हरियाणा- प्रथम (2: 53:02)
- अश्विनी मदन जाधव महाराष्ट्र- द्वितीय (2: 53:32)
- ज्योति शंकर गवते- महाराष्ट्र- तृतीय (3: 04:48)
- सीमा- दिल्ली- सांत्वना पुरस्कार (3: 08:48)
- संध्या बिंद- वाराणसी- सांत्वना पुरस्कार (3: 16:18)
- अन्नू- हरियाणा- सांत्वना पुरस्कार- (3: 18:34)
- सिप्रा कुमारी- प्रयागराज- सांत्वना पुरस्कार (3: 22:06)
- अर्पिता सैनी- मुजफ्फरनगर- सांत्वना पुरस्कार (3: 23:50)
- भगवती दार्गी- मध्य प्रदेश- सांत्वना पुरस्कार (3 :26:38)
- सुलोचना- प्रयागराज- सांत्वना पुरस्कार (3: 27:08)
- पूजा पटेल- प्रयागराज- सांत्वना पुरस्कार- (3: 30:03)
- अर्पिता धूरिया- प्रतापगढ़- सांत्वना पुरस्कार (3: 32:17)
- फलेश्वरी- छत्तीसगढ़- सांत्वना पुरस्कार- (3: 40:44)
- रंजना पाल-प्रयागराज- सांत्वना पुरस्कार- (3: 43:50)

विजेता को मिलेगा दो लाख का पुरस्कार
मैराथन के विजेता को दो लाख रुपये, दूसरे स्थान के धावक को एक लाख रुपये और तीसरे स्थान के धावक को 75 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। चार से लेकर 14वें स्थान तक के धावक को सांत्वना पुरस्कार के तहत 10-10 हजार रुपये दिए जाएंगे। यह दोनों वर्ग महिला व पुरुष के लिए होगा। निर्धारित समय से पहले समापन स्थल तक पहुंचने वाले सभी धावकों को प्रमाणपत्र दिए जाएंगे।

41वीं मैराथन इससे भी बेहतर कराएंगे: डॉ.आरपी सिंह
40वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन के समापन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश के खेल निदेशक डॉ.आरपी सिंह ने शिरकत की। उन्होंने विजेता धावकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 41वीं मैराथन इस बार से भी बेहतर कराएंगे। उन्होंने मैराथन के लिए धावकों के उत्साह की प्रशंसा की। उन्होंने मैराथन के लिए बालिकाओं के हौसले विशेष रूप से तारीफ की। उन्होंने कहा कि मैराथन के लिए अच्छे धावक हैं, इसलिए लगातार होती रही है। उन्होंने कहा कि 42 किलोमीटर की दौड़ आसान नहीं होती है।

जिला प्रशासन के सहयोगी की सराहना
मैराथन के आयोजन में सहयोग देने के लिए पुुलिस-प्रशासन, सेना और सभी ऑफिसियल्य को भी धन्यवाद दिया। साथ ही कहा कि इस साल जो क्रीड़ा अधिकारी सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इस दौरान नगर मजिस्ट्रेट विनोद सिंह, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी प्रेम कुमार, वाराणसी की क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी विमला सिंह, मेरठ के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी जितेंद्र यादव, गोरखपुर के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आले हैदर, अयोध्या के क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी अनिमेश सक्सेना, उपक्रीड़ा अधिकारी देवी प्रसाद और बैडमिंटन खिलाड़ी अभिन्न श्याम गुप्ता, मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।
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