आजाद की पिस्तौल की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के 10 जवानों की तैनाती होगी। इसमें चार जवान पिस्टल के ईर्द-गिर्द रहेंगे। बाकी चार जवानों को गैलरी के गेट पर तैनात किया जाएगा। जब किसी कारणवश इस प्वाइंट के जवान को कुछ देर के लिए हटना होगा तो, आरक्षित श्रेणी में रहने वाले दो जवान वहां लगा दिए जाएंगे।
अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की अमेरिकी कोल्ट पिस्तौल जल्द ही बूलेट प्रूफ शो केस में इलाहाबाद संग्रहालय की कला दीर्घा की शोभा बढ़ाएगी। अब यह पिस्तौल 24 घंटे एके-47 से लैस सीआईएसएफ के जवानों की सुरक्षा निगरानी में रहेगी। इसके लिए अभेद्य सुरक्षा के इंतजाम किए जा रहे हैं।
आजाद की पिस्तौल की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ के 10 जवानों की तैनाती होगी। इसमें चार जवान पिस्टल के ईर्द-गिर्द रहेंगे। बाकी चार जवानों को गैलरी के गेट पर तैनात किया जाएगा। जब किसी कारणवश इस प्वाइंट के जवान को कुछ देर के लिए हटना होगा तो, आरक्षित श्रेणी में रहने वाले दो जवान वहां लगा दिए जाएंगे। पिस्तौल के आसपास का हर कोना एचडी कैमरे की नजर में होगा। आजाद गैलरी में जहां पिस्टल रखी जाएगी, वहां इन जवानों की तैनाती 24 घंटे रहेगी। इसके लिए शिफ्टवाइज ड्यूटी लगाई जाएगी। एक सेकेंड के लिए भी पिस्तौल को खाली नहीं छोड़ा जाएगा। जवानों के रहने की भी व्यवस्था संग्रहालय में ही की जाएगी। संग्रहालय में आने वाले लोग भी आजाद की असली पिस्तौल देख सकें, फिलहाल इसके लिए शासन से आदेश आने का इंतजार है।