आचार्य डॉ.रामनरेश त्रिपाठी ने बताया कि धनतेरस पर दोपहर 1:59 से 3:30 बजे तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद शाम 4:58 बजे तक नील लग्न लग जाएगा, यह विशेष फलदायी है। शाम में 6:35 से रात 10:45 बजे तक भी खरीदारी कर सकते हैं।
कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी 29 अक्तूबर को धनतेरस या धनत्रयोदशी पर यम की प्रसन्नता के लिए घर के द्वार पर निशामुख दीपदान किया जाएगा। लोग अपनी इच्छानुसार सोने-चांदी के सिक्के, आभूषण, बरतन, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक्स के सामान खरीदेंगे। आमतौर पर धनतेरस पर दिनभर खरीदने की परंपरा रहती है। लेकिन, दोपहर दो बजे के बाद से खरीदारी का शुभ मुहूर्त है।
आचार्य डॉ.रामनरेश त्रिपाठी ने बताया कि धनतेरस पर दोपहर 1:59 से 3:30 बजे तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है। इसके बाद शाम 4:58 बजे तक नील लग्न लग जाएगा, यह विशेष फलदायी है। शाम में 6:35 से रात 10:45 बजे तक भी खरीदारी कर सकते हैं।
आचार्य गोपालजी मालवीय ने बताया कि 31 अक्तूबर को दीपावली के दिन दोपहर 3:12 से एक नवंबर शाम 5:13 बजे तक अमावस्या रहेगी। दो नवंबर को गोवर्धन पूजा होगी। इसके बाद तीन नवंबर को भैयादूज मनाया जाएगा। इस दिन बहने अपने भाइयों को सुबह 7:29 बजे से सुबह 11:52 बजे तक टीका कर सकती हैं। फिर दोपहर 1:39 से शाम 4:38 बजे टीका करने का शुभ मुहूर्त है। दीपावली के दिन व्यापारियों के लिए पूजन का शुभ मुहूर्त शाम 6:27 बजे से रात 8:23 बजे तक रहेगा। गृहस्थ के लिए शाम 8:23 बजे से रात 10:37 बजे तक है।
आचार्य डॉ.अमिताभ गौड ने बताया कि धनतेरस पर तीन विशेष योग बन रहे हैं। इसमें त्रिपुष्कर योग, लक्ष्मी नारायण और शशि योग है। दोपहर दो बजे के बाद से खरीदारी का मुहूर्त शुरू होगा, जो रात 8:31 बजे तक रहेगा।
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