प्रयागराज जंक्शन से नई दिल्ली जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस बुधवार को 41 वर्ष की हो गई। वीआईपी ट्रेन प्रयागराज की वर्षगांठ के मौके पर ट्रेन को विशेष साज सज्जा की गई। इस खास मौके पर प्रयागराज एक्सप्रेस के पहले सफर के साक्षी रहे सेवानिवृत्त लोको पॉयलट डीएन सक्सेना एवं कोच कंडक्टर रहे शीतला प्रसाद श्रीवास्तव भी सपरिवार जंक्शन पहुंचे।
प्रयागराज जंक्शन से नई दिल्ली जाने वाली प्रयागराज एक्सप्रेस बुधवार को 41 वर्ष की हो गई। वीआईपी ट्रेन प्रयागराज की वर्षगांठ के मौके पर ट्रेन को विशेष साज सज्जा की गई। इस खास मौके पर प्रयागराज एक्सप्रेस के पहले सफर के साक्षी रहे सेवानिवृत्त लोको पॉयलट डीएन सक्सेना एवं कोच कंडक्टर रहे शीतला प्रसाद श्रीवास्तव भी सपरिवार जंक्शन पहुंचे। इन दोनों सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने ही प्रयागराज एक्सप्रेस के 41 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर केक भी काटा।
केक काटने के बाद दोनों ही सेवानिवृत रेलकर्मियों ने अपने अनुभव भी साझा किए। डीएन सक्सेना ने बताया कि पहले सफर के दौरान उनकी ड्यूटी लोको पॉयलट डा. नकीब उद्दीन के साथ ट्रेन में लगी थी। तब वह प्रयागराज जंक्शन से कानपुर तक ट्रेन को ले गए थे। पहले सफर में ही ट्रेन कानपुर के साथ नई दिल्ली स्टेशन समय से पहले पहुंची। तब इसकी रवानगी का समय रात नौ बजे था और सुबह छह बजे ट्रेन नई दिल्ली पहुंच जाती थी।
अपनी पत्नी एवं बेटे और बहु के साथ जंक्शन पहुंचे डीएन सक्सेना ने कहा कि 2019 में ट्रेन की 35 वीं वर्षगांठ के मौके पर भी उन्हें सम्मानित किया गया था। इस दौरान शीतला प्रसाद श्रीवास्तव ने कहा कि पहले सफर के मौके पर उनकी पत्नी संतोष श्रीवास्तव भी जंक्शन पहुंची। कहा कि 41 वर्ष बाद ट्रेन की वर्षगांठ के मौके पर पत्नी को साथ में ही लाया हूं। कहा कि जब ट्रेन की शुरूआत हुई तब इसमें सिर्फ 14 कोच ही थे। उस दौरान एसी का एक भी कोच नहीं था।
इसके पूर्व स्टेशन निदेशक वीके द्विवेदी, स्टेशन प्रबंधक दिलीप ठाकुर, पीआरओ अमित कुमार सिंह ने डीएन सक्सेना और शीतला प्रसाद का बुके देकर स्वागत किया। इस दौरान तमाम यात्रियों ने इन दोनों रेलकर्मियों के साथ सेल्फी भी ली। इस खास मौके पर प्रयागराज एक्सप्रेस फैंस क्लब की ओर से प्रयागराज एक्सप्रेस की साज सज्जा की गई। विशेष डिजाइन वाले इस केक की भी लोगों ने फोटो खींची।
पोस्टर के माध्यम से दी ट्रेन में हुए अब तक के बदलाव की जानकारी
41 वीं वर्षगांठ के मौके पर ट्रेन के कुछ कोच में प्रयागराज एक्सप्रेस के संचालन के बाद से अब तक हुए तमाम बदलावों की जानकारी एक पोस्टर के माध्यम से दी गई। इस पोस्टर में 16 जुलाई 1984 को हुए उदघाटन समारोह की फोटो, ट्रेन में वर्ष 2003 में लगे नीले आईसीएफ कोच लगाए जाने, 2006 में आईएसओ प्रमाणपत्र मिलने, 2016 में एलएचबी रेक मिलने, 2020 में ट्रेन की अधिकतम स्पीड 130 किमी प्रतिघंटा किए जाने की जानकारी दर्शाई गई थी।