बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए राहत भरी खबर है। गंगा का जलस्तर फिलहाल स्थिर है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार बुधवार को भी गंगा के जलस्तर में कमी दर्ज की गई है. अब यहां पर 83.94 मीटर पर गंगा बह रही हैं और छह सेंटी मीटर की रफ्तार घट रही हैं। छतनाग में जलस्तर 82.83 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर भी घट रहा है। यहां पर फिलहाल जलस्तर 83.69 मीटर पर है।
जिले में 11 घंटे में 42 मिमी तो शहर में 60 मिमी हुई बारिशजिले में मंगलवार को 11 घंटे में 42.31 मिलीमीटर बारिश हुई। इनमें से करछना और कोरांव के बाद शहर में सबसे अधिक सदर तहसील में 60 मिमी बारिश हुई। प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह आठ से शाम सात बजे के बीच करछना में 72 मिमी बारिश हुई। कोरांव में 62 मिमी और सदर तहसील में 60 मिमी बारिश हुई। बारा में 33, हंडिया में 23.5, फूलपुर में 10 तथा सोरांव में 15 मिमी बारिश हुई।
गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के बाद सहायक नदियां चंबल, केन और बेतवा भी उफान पर थी। कई जिलों से होते हुए प्रयागराज में पानी पहुंचा तो वह बाढ़ का रूप ले लिया था। यमुना के सापेक्ष शुक्रवार को गंगा का पानी धीमी गति से बढ़ा था। यमुना का वेग इतना तेज था कि रात तक लेटे हनुमानजी डूब गए। सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया था।
यमुना का वेग इतना तेज था कि रात तक लेटे हनुमानजी डूब गए। सुबह तक मंदिर परिसर में कमर तक पानी भर गया था।
खतरे के निशान के पास पहुंचकर घटने लगा जलस्तर
गंगा-यमुना का जलस्तर लगातार खतरे के निशान की ओर बढ़ रहा था। सिंचाई विभाग का बाढ़ खंड इसकी निगरानी कर रहा था। यहां खतरे का निशान 84.73 मीटर है।
जलस्तर में वृद्धि लगातार जारी
सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार रविवार को दोपहर 12 बजे की गई निगरानी के अनुसार फाफामऊ में गंगा के जलस्तर में वृद्धि जारी रही। यहां पर जलस्तर 83.88 मीटर पर बह रही हैं, जो खतरे के निशान से कुछ ही नीचे है। इसी तरह छतनाक में गंगा जलस्तर 83.09 मीटर है और लगातार वृद्धि जारी है। इसी तरह नैनी में यमुना का चलस्तर 83.71 मीटर है और लगातार वृद्धि जारी है। गंगा और यमुना करीब 10 सेंटीमीटर की रफ्तार से बढ़ रही हैं। खतरे का निशान 84.734 मीटर है।
बाढ़ नियंत्रण इकाई की बुलेटिन के अनुसार गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच रहा है। बाढ़ का पानी लगातार बस्तियों में बढ़ता जा रहा है। इससे लोगों में खलबली मच गई है।
रविवार दोपहर 12 बजे तक की बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 83.88 मीटर, छतनाग में 83.09 पर है। बढ़ोत्तरी लगातार जारी है। गंगा करीब दस सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.71 मीटर रिकॉर्ड किया गया। चार घंटे में दस सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है।
रविवार शाम चार बजे तक की बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 83.92 मीटर, छतनाग में 83.14 पर है। बढ़ोत्तरी लगातार जारी है। गंगा करीब दस सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.78 मीटर रिकॉर्ड किया गया। चार घंटे में दस सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। डेंजर लेबल 84.734 मीटर है।
सोमवार को जारी बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा 84.07 मीटर, छतनाग में में 83.40 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.90 मीटर रिकॉर्ड किया गया। 24 घंटे में गंगा में 21 और यमुना में 39 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। डेंजर लेबल 84.734 मीटर है। गंगा और यमुना खतरे के निशान के बिल्कुल करीब पहुंच गई हैं और कभी भी निशान को पार कर सकती हैं।
गंगा और यमुना की रफ्तार हुई कम
सिंचाई विभाग बाढ़ खंड की बुलेटिन के अनुसार फाफामऊ में गंगा 84.07 मीटर, छतनाग में में 83.41 मीटर पर बह रही हैं। इसी तरह यमुना का जलस्तर नैनी में 83.91 मीटर रिकॉर्ड किया गया। 24 घंटे में गंगा में 21 और यमुना में 39 सेंटीमीटर की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। डेंजर लेबल 84.734 मीटर है।
गंगा और यमुना का पानी तराई इलाकों में स्थित कॉलोनियों और मुहल्लों में घुस जाने के कारण लोग सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं।