प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास के बाद यात्रियों को जहां एक ओर तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी तो वहीं, दूसरी ओर एयरपोर्ट की तर्ज पर सिर्फ यात्रियों को ही प्रवेश दिया जाएगा।
प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास के बाद यात्रियों को जहां एक ओर तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं मिलेंगी तो वहीं, दूसरी ओर एयरपोर्ट की तर्ज पर सिर्फ यात्रियों को ही प्रवेश दिया जाएगा। जंक्शन पर भीड़ नियंत्रित करने के लिए भविष्य में स्टेशन पर ट्रेन आगमन के 30 मिनट पहले एनाउंसमेंट के बाद ही यात्री प्लेटफॉर्म पर पहुंच सकेंगे।
यह व्यवस्था सिर्फ प्रयागराज जंक्शन ही नहीं, बल्कि पुनर्विकसित किए जा रहे उत्तर मध्य रेलवे के ग्वालियर, कानपुर सेंट्रल, झांसी एवं खजुराहो स्टेशन पर भी लागू होगी। प्रयागराज जंक्शन के पुनर्विकास का कार्य अगस्त 2023 में ही शुरू हुआ था। वर्तमान समय में सिविल लाइंस साइड से 70 फीसदी से ज्यादा काम भी हो चुका है।
फरवरी 2027 तक जंक्शन के पुनर्विकास कार्य पूरा होने को अनुमान है। पूरे कार्य की कुल लागत तकरीबन 960 करोड़ रुपये है। उत्तर मध्य रेलवे के जिन पांच बड़े स्टेशनों का पुनर्विकास हो रहा है, वहां कार्य पूरा होने के बाद कोई भी यात्री रेलवे स्टेशन पर सीधे प्रवेश नहीं कर सकेगा। एयरपोर्ट की तर्ज पर यात्रियों को प्रवेश कक्ष में टिकट चेकिंग के बाद प्रवेश दिया जाएगा। प्रयागराज जंक्शन पर सिटी और सिविल लाइंस साइड प्रवेश कक्ष बनेगा। दोनों ओर बनाई जा रही बहुमंजिला इमारत में ही ये प्रवेश कक्ष बनाए जाएंगे। इसकी कनेक्टिविटी फुट ओवरब्रिज से एस्केलेटर एवं लिफ्ट के माध्यम से होगी।
बहुमंजिला इमारत में शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, फूड कोर्ट, रेस्टोरेंट आदि की सुविधा भी रहेगी। यहां तक यात्रियों के साथ आम शहरी भी प्रवेश कर सकेंगे। फिर प्रवेश कक्ष में चेकिंग आदि होने के बाद 72 मीटर चौड़े दो कॉनकोर्स पर केवल यात्रियों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। कॉनकोर्स से ही यात्रियों का लिफ्ट, एस्केलेटर और सीढ़ी के माध्यम से प्लेटफॉर्म पर आगमन होगा।
खास बात यह है कि जिस प्लेटफॉर्म पर आने वाली ट्रेन का एनाउंसमेंट होगा, उसके यात्रियों को कॉनकोर्स से संबंधित प्लेटफॉर्म पर टिकट देखने के बाद जाने दिया जाएगा। ट्रेन आगमन के 30 मिनट पहले ही एनाउंसमेंट शुरू हो जाएगा। उधर यात्री सुविधा के लिए कॉनकोर्स में खानपान आदि के भी स्टॉल रहेंगे।
‘नये भारत का नया स्टेशन’ की थीम पर उत्तर मध्य रेलवे के प्रमुख स्टेशनों का पुनर्विकास हो रहा है। प्लेटफॉर्म पर भीड़ न बढ़े, इसके लिए तैयारी की जा रही है। जब ट्रेनों का एनाउंसमेंट होगा, तभी यात्रियों को 30 मिनट पूर्व कॉनकोर्स से प्लेटफॉर्म पर प्रवेश दिया जाए। – शशिकांत त्रिपाठी, सीपीआरओ, एनसीआर
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