Wednesday, February 5, 2025
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Prayagraj: पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष ऋचा सिंह के नाम से फेसबुक पर बनाया फेक अकाउंट, अपलोड किया अश्लील वीडियो, केस

भाजपा नेत्री डॉ. ऋचा सिंह की शिकायत पर शिवकुटी थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्जकर लिया है। डॉ.ऋृचा सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनके नाम से फेसबुक अकाउंट चलाया जा रहा है। इस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। इससे उनकी और पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।

इलाहाबाद विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष डॉ.ऋृचा सिंह के नाम से फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का मामला सामने आया है। आरोपी ने ऋचा सिंह के नाम से फेसबुक पर फेक अकाउंट बनाकर अश्लील वीडियो अपलोड कर दिया था। शिवकुटी थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ केस दर्जकर लिया है। डॉ.ऋृचा सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से उनके नाम से फेसबुक अकाउंट चलाया जा रहा है। इस पर आपत्तिजनक टिप्पणी की गई। इससे उनकी और पार्टी की छवि धूमिल हो रही है।

सपा नेता मनीष जगन के खिलाफ दर्ज कराया था केस

ऋचा सिंह ने सपा सोशल मीडिया के प्रभारी मनीष जगन के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी और छेड़खानी का मुकदमा लखनऊ में दर्ज कराया था। ट्विटर पर मनीष ने ऋचा सिंह के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया था। जिस पर आपत्ति जाहिर करते हुए ऋचा ने मुख्यमंत्री और डीजीपी को पत्र भेजकर मनीष के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई थी। इसके बाद मनीष के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था।

स्वामी प्रसाद का विरोध करने पर सपा से की गई थीं निष्कासित
सपा के वरिष्ठ नेता रहे स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस सहित देवी देवताओं के खिलाफ की गई कथित अभद्र टिप्पणी का विरोध करने पर पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋचा सिंह को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरित मानस पर की गई टिप्पणी का विरोध करना पार्टी नेता ऋचा सिंह को भारी पड़ गया था। सपा ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए ऋचा सिंह और रोली तिवारी मिश्र को निष्कासित कर दिया। ऋचा ने निष्कासन को पार्टी की महिला विरोधी मानसिकता करार दिया था।
अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से बर्खास्त
सपा के टिकट पर इलाहाबाद की शहर पश्चिमी सीट से कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह के खिलाफ वर्ष 2017 और 2022 में विधानसभा का चुनाव लड़ चुकीं ऋचा सिंह को पार्टी ने इसी साल अनुशासनहीनता के आरोप में बर्खास्त कर दिया था। वह पार्टी की प्रवक्ता भी रह चुकी हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा सपा में शामिल होने के बाद अगड़ों पिछड़ों को लेकर सवाल उठाए जाने के बाद ऋचा सिंह मुखर हो गई थीं। स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा अगड़ी जाति के लोगों पर निशाना साधे जाने और रामचरितमानस पर सवाल उठाए जाने पर एतराज जताए जाने की वजह से समाजवादी पार्टी ने ऋचा सिंह को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। ऋचा सिंह ने अपनी बर्खास्तगी के खिलाफ चुनाव आयोग में भी शिकायत की थी। इसी वर्ष लोकसभा चुनाव के पहले ऋचा ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी।
Courtsy amarujala.com
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