संभल हिंसा में पांच लोगों की मौत हुई, जिनमें से चार की गोली लगने से जान चली गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह पता चला कि चार शवों में गोली लगी थी, लेकिन गोली चलाने वालों और उनके हथियारों का अब तक पता नहीं चल सका है। पुलिस का कहना है कि चारों की माैत उपद्रवियों की ओर से की गई फायरिंग में हुई।
संभल में बवाल के बाद तमाम सवाल अब भी पहेली बने हैं। बवाल में जिन पांच लोगों की मौत हुई, उनमें चार की जान गोली लगने से गई। यह गोलियां कितने हथियारों से चलीं और किसने चलाई, इसका जवाब पुलिस के पास नहीं है। हालांकि, मृतकों के परिजन पुलिसकर्मियों पर ही आरोप लगा रहे हैं। संभल में रविवार सुबह जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुए बवाल में पांच लोगों की जान गई। मोहल्ला हयातनगर निवासी रोमान को छोड़कर अन्य सभी के शवों के पोस्टमार्टम कराए गए।
पोस्टमार्टम से पता चला है कि गोली बिलाल की पीठ में लगी थी। यह गोली सीने से बाहर निकल गई। वहीं कैफ के सीने में गोली लगी और पीठ से बाहर निकल गई। इसके अलावा अयान और नईम के भी सीने में गोली लगी। रोमान के परिजन पुलिस को सूचना दिए बिना ही शव लेकर चले गए और दफन कर दिया। रोमान के परिजनों ने गोली लगने की बात से भी इन्कार किया। माना जा रहा है कि भगदड़ में गिरने या पत्थर लगने से जान चली गई।
हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि गोली किस ओर से चलीं और गोली चलाने वाले कितने लोग थे। मृतकों के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने ही गोली चलाई। उन्होंने आरोप है कि पुलिसकर्मी सीधे गोली चला रहे थे। लोग जान बचाकर भागे तो किसी की पीठ और किसी के सीने में गोली लगी, जबकि एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई का कहना है कि पुलिस ने गोली नहीं चलाई। पुलिस ने उपद्रवियों को भगाने के लिए सिर्फ आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया। फायरिंग उपद्रवियों की ओर से ही की गई थी।
अयान के लिवर, फेफड़े और दिल को चीरकर बाहर निकली गोली
बवाल में जान गंवाने वाले 17 वर्षीय अयान के शव का मुरादाबाद में पोस्टमार्टम कराया गया। डॉक्टर के पैनल द्वारा सोमवार को किए गए पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आ गई है। पता चला कि अवान को सीने में दाहिनी ओर गोली लगी थी। गोली लिवर, फेफड़े और दिल को चीरते हुए पीठ से बाहर निकल गई थी। अयान को घायल अवस्था में मुरादाबाद के जिला अस्पताल लाया गया था, जहां से परिजन टीएमयू लेकर गए थे। वहीं देर रात उसकी मौत हो गई थी।
डीआईजी मुनिराज जी ने कहा कि भीड़ ने पथराव किया तो पुलिस ने केवल आंसू गैस के गोले और रबर बुलेट का इस्तेमाल किया था। पुलिस की ओर से फायरिंग नहीं की गई। गोलियां कहां से चलाई गईं, इसकी जांच की जा रही है। पथराव करने वालों की फुटेज से पहचान की जा रही है। अब तक सात एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
सपा सांसद और विधायक के बेटे समेत 2500 पर एफआईआर
संभल में बवाल के दूसरे दिन सोमवार को शांति के बीच पुलिस ने सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क, विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल समेत 2500 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की। बर्क और सुहेल पर बलवा कराने की साजिश का आरोप है। वहीं तीन महिलाओं समेत 27 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। वहीं जामा मस्जिद के सदर जफर अली एडवोकेट को पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया। सीओ अनुज चौधरी, एसपी के पीआरओ संदीप कुमार, दरोगा दीपक राठी और शाह फैसल की तहरीर पर संभल कोतवाली में पांच और नखासा थाने में दो मुकदमे दर्ज किए गए। इसमें 2500 लोगों को आरोपी बनाया गया है।
तीन महिलाओं समेत 27 आरोपियों को भेजा जेल
उधर, गिरफ्तार तीन महिलाओं समेत 27 आरोपियों को लेकर मेडिकल परीक्षण कराने पुलिस संभल के सरकारी अस्पताल पहुंची। अस्पताल के बाहर लोगों की भीड़ जुट गई। पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद मुरादाबाद जेल भेज दिया। बवाल के दूसरे दिन प्रभावित मोहल्लों में सन्नाटा पसरा रहा। दिनभर पुलिस की गाड़ियां दौड़ती रहीं। पुलिस-प्रशासन के अधिकारी लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करते रहे। उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन से लिए गए फोटो व वीडियो खंगाल रही है।
बवाल में जान गंवाने वाले नईम, बिलाल और कैफ के शवों को पोस्टमार्टम के बाद रविवार देर शाम ही पुलिस ने अलग-अलग कब्रिस्तानों में सुपुर्द-ए-खाक करा दिया था। रोमान के परिजनों ने बिना पोस्टमार्टम ही शव को दफन कर दिया। बता दें कि रविवार की सुबह कोर्ट कमिश्नर जामा मस्जिद का सर्वे करने के लिए पहुंचे तो मस्जिद के आसपास भीड़ एकत्र हो गई थी। सुबह करीब साढ़े आठ बजे पुलिस ने भीड़ को हटाने का प्रयास किया तो बवाल शुरू हो गया था। इसमें पांच लोगों की जान चली गई थी।