आज दिनांक 22.04.2025 को ठा०हर नारायण सिंह डिग्री कॉलेज करैलाबाग़, प्रयागराज में सशक्त राष्ट्र निर्माण में भारतीय शिक्षण पद्धति एंव भारतीय शिक्षण मंडल की भूमिका पर सेमीनार का आयोजन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि माननीय कुलपति महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़ के प्रोफेसर संजीव कुमार एंव कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्रबंधक श्री देवेन्द्र सिंह चंदेल द्वारा दीप प्रज़्ज्वलित कर किया गया | प्रो०संजीव कुमार ने भारतीय ज्ञान परम्परा की विशिष्टताओं को विस्तार से बताते हुए कहा कि भारत वह देश है जो वायु, पृथ्वी, अग्नि, सूर्य को देवता मानते हुए इन्हे ज्ञान का मुख्य स्रोत बताया और शिक्षकों के लिए कहा कि आपके ऊपर पूर्वजों का ऋण बकाया है, जिसे आप तपस्वी बन ज्ञान का दान समाज को प्रदान करें | के०एन०आई०सुल्तानपुर के निदेशक एंव विशिष्ट वक्ता प्रो०राजीव उपाध्याय जी ने बताया कि A.I(आर्टिफिसिएल इंटेलिजेंस) का कितना भी विस्तार हो जाए परंतु मानव मस्तिष्क कि उपयोगिता सदैव बनी रहेगी | इलाहाबाद डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रो०अतुल कुमार सिंह ने कहा कि भारतीय शिक्षण पद्धति की व्याख्या वेद, उपनिषद और पुराणों में ब्रह्द रूप से की गई है स्वागत उदबोधन करते हुए प्राचार्य डॉ०अजय कुमार गोविन्द राव ने कहा कि ब्रह्मांड रहस्य के लिए विज्ञान विषय, आर्थिकी के लिए वाणिज्य तथा सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनीतिक विकास के लिए कला विषय को महत्त्व पूर्ण बताया | धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम के संयोजक इलाहाबाद विश्वविद्यालय के प्रो०रामेंद्र कुमार सिंह ने शिक्षा से राष्ट्रीयता की भावना तथा देश प्रेम के विकास को बताते हुए मानवीय मूल्यों पर जोर दिया और रामधारी सिंह दिनकर की एक कविता “युद्ध नहीं जिनके जीवन में वह भी बड़े अभागे होंगे | या तो प्रण को तोड़ा होगा, या फिर रण से भागे होंगे |” के द्वारा शिक्षा के अलख को जगाए रखने पर जोर दिया | मंच संचालन डॉ०अनुश्री सिंह ने किया कार्यक्रम में मुख्य रूप से डॉ०अनुज सिंह, प्रो०के०के०तिवारी, प्रो०उत्तम सिंह, प्रो०अजय प्रताप सिंह, डॉ०शिव प्रकाश शुक्ला,अध्यक्ष गोविन्द बिहारी मिश्रा, आई०बी०सिंह, डॉ०एस०आई०एच०जाफरी, डॉ०ज्योति यादव,डॉ०पूजा ठाकुर,अखिलेन्द्र प्रताप सिंह,संदीप सिंह,विवेक मिश्रा,विजयआनंद सिंह,डॉ०स्वाती वर्मा,सुंबुल सिद्दईकी,डॉ०विशाल सिंह,डॉ०दयानंद उपाध्याय,डॉ०अमित सिंह,अशोक सिंह,सुंदरम शर्मा आदि उपस्थित रहे|
Anveshi India Bureau