मिलेट्स पुनरोद्धार योजना के अंतर्गत बी आर सी होलागढ़ पर एकदिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। कृषि विभाग उत्तर प्रदेश की ओर से आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में विकासखंड होलागढ़ के प्रत्येक विद्यालय से एक-एक अध्यापक ने प्रतिभाग किया। क़ृषि विभाग के मास्टर ट्रेनर मनीष अग्रहरि एवं सहायक ट्रेनर सुशील कुमार ने मिलेट्स से होने वाले लाभों के बारे में बताया। श्री अन्न फसलों का महत्व एवं उपयोगिता आधारित प्रशिक्षण में यह बताया गया कि यह मिलेट्स कम पानी और कम उपजाऊ भूमि में भी बड़ी आसानी से उग जाते हैं फिर भी लोग इसे महत्व नहीं देते है।वर्ष 2023 को अंतराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष के रूप में भी मनाया गया। श्री अन्न में ज्वार, बाजरा, रागी, सावा, कोदो, कुटकी, रामदाना, चेना, काकुन और कुट्टू जैसे अनाजों को शामिल किया जाता है। मास्टर ट्रेनर मनीष अग्रहरि ने बताया मिलेट्स को सुपर फूड कहा जाता है क्योंकि इनमें पोषक तत्व अधिक मात्रा में होते हैं। मिलेट्स में विटामिन बी-3 होता है जो शरीर के मेटाबॉलिज्म को बैलेंस रखता है।एकेडमिक रिसोर्स पर्सन फ़िरोज़ आलम खान ने बताया आज फास्ट फूड का जमाना है जिसके कारण लोग मोटापा डायबिटीज पेट के रोग आदि का शिकार हो जाते हैं। पोषण से परिपूर्ण श्री अन्न के उत्पादों के लाभ के प्रति जन सामान्य को जागरूक किया जाना आवश्यक है। कार्यक्रम के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी लाल ज़ी शर्मा ने सभी अध्यापको को आधुनिक लाइफ स्टाइल से इतर मिलेट्स श्री अन्न के प्रयोग से होने वाले लाभो तथा मिलेट्स से बनने वाले स्वादिष्ट व्यंजनों की विस्तार से चर्चा की। अंत में शिक्षकों ने फसलों से संबंधित अपने सवालों को ट्रेनर टीम के सामने रखा। प्रशिक्षण में ए आर पी गुंजन सिंह, आशुतोष कुमार, दुर्गेश केसरवानी, राजेश विश्वकर्मा, सुरेन्द्र वर्मा, सुजीत कुमार, आलोक श्रीवास्तव,अमित पांडेय,धर्मेन्द्र कुमार, गुलाब चंद्र पाल, बृजेश यादव, रचना भटनागर आदि ने प्रतिभाग किया।
Anveshi India Bureau