उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि ग्रामीण महिलाओं की आर्थिक मजबूती से ही विकसित भारत का संकल्प साकार होगा। महिला सशक्तिकरण के माध्यम से आत्मनिर्भर ग्राम और समृद्ध राष्ट्र का निर्माण संभव है। स्वयं सहायता समूहों की ताकत से ग्रामीण भारत का भविष्य बदलेगा और लखपति दीदी अभियान के जरिए गांव-गांव समृद्धि और महिलाओं को सम्मान मिलेगा।
उप मुख्यमंत्री शनिवार को लोक निर्माण विभाग मुख्यालय, लखनऊ स्थित विश्वेश्वरैया प्रेक्षागृह में उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत कार्यरत अधिकारियों की राज्य स्तरीय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
श्री मौर्य ने कहा कि महिला उद्यमिता और आजीविका संवर्धन से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ किया जा सकता है। उन्होंने कार्यशाला के दौरान ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की, जमीनी स्तर पर आ रही चुनौतियों पर चर्चा की तथा मिशन के लक्ष्यों को और अधिक प्रभावी ढंग से प्राप्त करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

अपने ओजस्वी एवं प्रेरक संबोधन में उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बेहतर समन्वय और प्रभावी क्रियान्वयन के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि इस कार्यशाला से ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार, महिला सशक्तिकरण और महिलाओं के आजीविका संवर्धन से जुड़े कार्यक्रमों को नई गति मिलेगी। साथ ही लखपति दीदी की संख्या बढ़ाने, नमो ड्रोन दीदी की सक्रियता सुनिश्चित करने, स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने और निष्क्रिय समूहों को सक्रिय करने पर विशेष बल दिया गया।
कार्यशाला के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली दो विद्युत सखियों, दो लखपति दीदियों एवं दो बैंक सखियों को उप मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 400 करोड़ रुपये के बैंक क्रेडिट लिंकेज का प्रतीकात्मक चेक वितरण किया गया। बीसी सखी कार्यक्रम के अंतर्गत बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया एवं यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। कैडर मानदेय पोर्टल का शुभारंभ भी किया गया। आजीविका मिशन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वाराणसी, अंबेडकर नगर एवं बिजनौर जनपदों के उपायुक्त (स्वतः रोजगार) को भी सम्मानित किया गया।
उप मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश में एक करोड़ गरीब परिवारों की महिलाओं को लखपति दीदी के रूप में विकसित किया जाए। जिलों में अधिकाधिक खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों की स्थापना सुनिश्चित करने तथा खाद्य प्रसंस्करण विभाग की सब्सिडी का लाभ दिलाने के निर्देश भी दिए।
कार्यशाला में राज्य मंत्री ग्राम्य विकास विभाग श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग श्री बी.एल. मीणा, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास विभाग श्री सौरभ बाबू, आयुक्त ग्राम्य विकास विभाग श्री जी.एस. प्रियदर्शी, मिशन निदेशक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्रीमती दीपा रंजन सहित अन्य अधिकारियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम में विशेष सचिव श्री टी.के. शीबू, अपर मिशन निदेशक श्री जयनाथ, संयुक्त मिशन निदेशक श्री जनमेजय शुक्ला, श्री प्रवीणानंद, श्री अजय प्रताप सिंह, श्री सुधीर कुमार सिंह, विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ अधिकारी एवं ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से उपायुक्त स्वतः रोजगार, जिला मिशन प्रबंधक (डीएमएम) एवं ब्लॉक मिशन मैनेजर (बीएमएम) ने प्रतिभाग किया।
Anveshi India Bureau



