Friday, October 24, 2025
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स्वदेश सेवा संस्थान के पाँच वर्ष पूर्ण होने पर ‘प्रयास 2.0’ का भव्य आयोजन

स्वदेश सेवा संस्थान द्वारा आज प्रयागराज में संस्था की स्थापना के पाँच वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में ‘प्रयास 2.0’ कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्वांचल विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो. राजाराम यादव द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। इस अवसर पर प्रयागराज सिटी के डीसीपी पंकज, ईश्वर शरण डिग्री कॉलेज के प्राचार्य प्रो. आनंद शंकर सिंह, तथा प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी सहित अनेक सम्मानित अतिथि उपस्थित रहे।

 

स्वदेश सेवा संस्थान की नींव वर्ष 2020 में स्वदेश युवा शक्ति समूह के रूप में रखी गई थी, जिसने सेवा बस्तियों में जाकर बच्चों को शिक्षा, प्रेरणा और जीवन-मूल्यों का पाठ पढ़ाने से अपनी यात्रा आरंभ की। संस्था ने पाँच वर्षों में शिक्षा, पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता अभियान, और सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। वृक्षारोपण, पर्यावरणीय रैलियों और नियमित बस्ती शिक्षण के माध्यम से संस्था ने सेवा को अपने कार्य का केंद्र बनाया है। संध्या में कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें डॉ श्लेष गौतम समेत प्रयागराज के अन्य दस कवियों की उपस्थिति रही।

 

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रो. राजाराम यादव ने कहा कि “स्वदेश सेवा संस्थान युवाओं द्वारा समाज में सकारात्मक परिवर्तन का सशक्त उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है। ऐसे प्रयास समाज में आशा और नवचेतना का संचार करते हैं।”

 

डीसीपी पंकज ने संस्था की अनुशासित कार्यशैली और युवा सहभागिता की सराहना करते हुए कहा कि “समाज की वास्तविक प्रगति तभी संभव है जब युवा जिम्मेदारी से सेवा के कार्यों में सहभागी बनें।”

 

प्रो. आनंद शंकर सिंह ने संस्था के शिक्षा-सेवा मॉडल को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि “स्वदेश सेवा संस्थान ने शिक्षा को समाज सुधार का माध्यम बना दिया है।”

 

वहीं महापौर गणेश केसरवानी ने प्रयागराज में संस्था के योगदान को सराहते हुए कहा कि “इस प्रकार के संगठनों से शहर में सामाजिक जागरूकता और पर्यावरणीय चेतना दोनों का विस्तार होता है।”

 

कार्यक्रम के अंत में संस्था के संस्थापक सचिन सिंह राजकुमार ने कहा,“स्वदेश सेवा संस्थान का उद्देश्य केवल सेवा नहीं, बल्कि स्वदेशी चेतना के माध्यम से समाज में आत्मनिर्भरता और नैतिक मूल्यों का संचार करना है। पाँच वर्षों की यह यात्रा समाज के सहयोग से आगे भी निरंतर जारी रहेगी।”

 

Anveshi India Bureau

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