डायट प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने प्रतिभागी शिक्षकों से अपील किया कि प्रशिक्षण में सीखी गई शिक्षण विधियों का प्रयोग कर अपने कक्षा शिक्षण को और भी जीवंत और रोचक बनाने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि बच्चों का विद्यालय के प्रति लगाव को बढ़ाने के लिए उनका प्रोफाइल रिकॉर्ड बनाकर आवश्यकता के अनुरूप माहौल तैयार करें और यह सुनिश्चित करें कि जिस चीज की कमी घर में महसूस हो रही है उसकी पूर्ति के लिए आपका विद्यालय तैयार है। यह बातें प्रयागराज डायट के प्राचार्य राजेंद्र प्रताप ने 15,00 शिक्षकों के संचालित किया जा रहे पांच दिवसीय शिक्षण प्रशिक्षण ‘ संपूर्ण ’ कार्यक्रम के दूसरे फेरे के समापन पर कही।
डायट में 21 से 25 जुलाई तक द्वितीय फेरे में जनपद प्रयागराज के मेजा, प्रतापुर एवं जसरा ब्लॉक के 150 शिक्षकों ने हिस्सा लिया था। प्रवक्ता अखिलेश सिंह ने गणित शिक्षण में 4 ब्लॉक मॉडल– गणितीय बातचीत, शिक्षण कौशल, दक्षता कौशल और गणितीय खेल की तकनीक के प्रयोग पर , विपिन कुमार ने नवाचारी शिक्षण विधियों में आईसीटी के प्रयोग में कूल मैथ्स 4 किड्स, फेट आदि ऐप्स के अनुप्रयोग से कहानी एवं खेल आधारित शिक्षण तकनीक पर, पंकज ओझा ने जीवन कौशल में शारीरिक, सामाजिक, मानसिक, बौद्धिक, भाषायिक विकास से जीवन जीने के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
अंत में सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र प्रदान कर शुभकामनाएं दी गयी। इस अवसर पर डायट प्रवक्ता प्रसून कुमार, पंकज कुमार, शशांक, वर्तिका कुशवाहा, निधि मिश्रा, विवेक त्रिपाठी, अपर्णा सोनकर, सालिकराम त्रिपाठी, ऋचा राय एवं कार्यालय स्टाफ से उत्कर्ष सिंह का प्रशिक्षण मे सराहनीय सहयोग रहा।
Anveshi India Bureau