प्रयागराज से हर साल काफी लोग धार्मिक यात्रा (जियारत) के लिए ईरान और इराक जाते हैं। ईरान गए तीर्थयात्रियों में दरियाबाद, करेली, रानीमंडी, नैनी, दांदूपुर, सैदपुर, कोराली, राले, हंडिया, बहादुरगंज, जीरो रोड चक और हनुमानगंज आदि क्षेत्र के लोग शामिल हैं। ईरान के मदरसों में पढ़ाई कर रहे करीब 70 छात्र फंस गए हैं।
ईरान और इस्राइल के बीच युद्ध शुरू होने से पहले प्रयागराज से ईरान गए तकरीबन 200 तीर्थ यात्री और इस्लामिक स्टडीज के लिए ईरान के मदरसों में पढ़ाई कर रहे करीब 70 छात्र फंस गए हैं। उड़ानें रद्द होने से उनकी भारत वापसी मुश्किल हो गई है। यहां उनके परिजनों की फिक्र में नींद उड़ी हुई है। ईरान गए तीर्थयात्रियों में दरियाबाद, करेली, रानीमंडी, नैनी, दांदूपुर, सैदपुर, कोराली, राले, हंडिया, बहादुरगंज, जीरो रोड चक और हनुमानगंज आदि क्षेत्र के लोग शामिल हैं।
शहर से हर साल काफी लोग धार्मिक यात्रा (जियारत) के लिए ईरान और इराक जाते हैं। दरियाबाद के डॉ. कमर आब्दी के नेतृत्व में 98 और मौलाना इंतजार आब्दी के नेतृत्व में 42 लोग तीर्थयात्रा पर ईरान गए हुए हैं। जत्थे में उनके साथ बड़ी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे भी शामिल हैं। सभी ने इराक के पवित्र स्थलों की जियारत की और फिर ईरान पहुंचे, लेकिन वापसी का समय आया तो इस्राइल ने ईरान पर बड़ा हवाई हमला कर दिया। इसके बाद ईरान ने अपनी हवाई सेवाएं बंद कर दीं।
Courtsy amarujala