मुंबई में बैठकर उसने साजिश रची और फिर अपने भाई व उसके एक दोस्त से वारदात को अंजाम दिलवाया। पुलिस ने मुख्य आरोपी के भाई को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य दोनों की तलाश की जा रही है।
एमपी के सीधी जिला थाना इमलिया निवासी मेढवली गांव निवासी धीरज की पांच मई की रात घर से बुलाकर हत्या कर दी गई थी। उनका शव करछना के बबुरा नटका गांव स्थित ससुराल से सात किमी दूर स्थित डीहा नहर में मिला था।
सिर के पीछे गहरे जख्म के निशान थे। 2016 में उनकी शादी में हुई थी और ससुराल पक्ष में आयोजित शादी में शामिल होने ही वह आए थे। डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र ने बताया कि मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट निकलवाई गई तो पता चला कि उनकी आखरी बार गांव के ही धीरज उर्फ अवनीश से बात हुई।
संपर्क करने पर धीरज उर्फ अवनीश ने बताया कि वह मुंबई में है। घटना के संबंध में कोई जानकारी होने से उसने इनकार किया। मैनुअल और टेक्निकल सर्विलांस की मदद से जांच आगे बढ़ाई गई तो धीरज के भाई विपिन का नाम सामने आया।
हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई तो विपिन पहले घटना के संबंध में कोई जानकारी होने से इन्कार करता रहा। घटना वाली रात मोबाइल की लोकेशन निकलवाई गई तो पता चला की जहां मृतक का शव मिला, वह भी उस स्थान के आसपास ही था। सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने हत्या की बात कबूल ली।
व्हाट्सएप पर कदम दर कदम देता रहा निर्देश
पुलिस के मुताबिक, बकौल विपिन घटना वाली शाम 7:00 बजे के करीब भाई से फोन पर बात होने के बाद एनटीपीसी कर्मी से गोशाला पर उससे मिलने पहुंचा। वहां पहले उसने उसे 20 हजार रुपये थमा दिए। वह नोट गिनने लगा और इसी दौरान पीछे से उसके सिर पर हथौड़े से वार कर दिया। वह मुंह के बल जमीन पर गिरा तो पीठ व गर्दन पर भी कई वार किए।
इस दौरान भाई धीरज व्हाट्सएप कॉल पर उसे निर्देश देता रहा। भाई के कहने के मुताबिक ही उसने एक दोस्त की मदद से शव नहर में फेंक दिया और फिर बाइक कुछ दूर पर ले जाकर लावारिस हाल में छोड़कर भाग निकला।
पैसे देने के बहाने बुलाया
पुलिस के मुताबिक, विपिन ने पूछताछ में बताया कि उसने इस हत्याकांड को अपने भाई धीरज उर्फ अविनाश के कहने पर अंजाम दिया। बताया कि उसका भाई मृतक की पत्नी को पसंद करता था और उससे शादी करना चाहता था। उसके पति के रहते यह संभव नहीं था, इसलिए उसने उसकी हत्या की साजिश रची। गांव आने-जाने के दौरान महिला के पति धीरज मिश्र से जान-पहचान बढ़ा ली और उससे बातचीत करने लगा। उससे एक गाय का सौदा भी किया, जिसका पैसा देना बकाया था।
कुछ समय पहले भाई मुंबई चला गया। उधर, चार मई को ससुराल आने के दौरान एनटीपीसी कर्मी ने फोन कर भाई से बकाया रुपये मांगे तो साजिश के तहत उसने उसे गोशाला पर पहुंचने को कहा। साथ ही उसे फोन कर कहा कि जैसे ही एनटीपीसी कर्मी वहां पहुंचे, वह उसकी हत्या कर दे। बकौल विपिन, उसने बिल्कुल ऐसा ही किया।