कानपुर के बर्रा-8 में खेल-खेल में फांसी लगने से नौ साल की बच्ची की जान चली गई। बच्ची ने गमछे का एक छोर खिड़की से बांधा, दूसरा गले में डाला, तखत से उसका पैर फिसल गया। जिससे उसकी मौत हो गई। हादसे के वक्त घर में बच्ची और उसका छोटा भाई ही था।
कानपुर के बर्रा-8 में सोमवार को खेल-खेल में नौ साल की बच्ची की जान चली गई। अपने छोटे भाई के साथ घर में खेल रही बच्ची ने गमछे का एक छोर खिड़की पर बांधा और दूसरा अपने गले में डाल लिया। अचानक उसका पैर तखत से फिसला और वह गमछे से लटक गई।
घटना के दौरान दोनों बच्चे ही घर में थे। मूलरूप से घाटमपुर निवासी महेश कुमार दादानगर स्थित एक फैक्टरी में काम करते हैं। परिवार में पत्नी सुमन, तीन बच्चे सोनाक्षी (9), मीनाक्षी (7) और आयुष (4) हैं। चार साल से बर्रा-8 में महेश शुक्ला के घर की तीसरी मंजिल पर किराये पर रहते हैं।
महेश ने बताया कि सोमवार दोपहर वह काम पर गए थे, जबकि पत्नी बाजार गई थी। छोटी बेटी मीनाक्षी बगल में ट्यूशन पढ़ने गई थी। घर पर सोनाक्षी व आयुष गमछा लेकर तखत पर बैठकर खेल रहे थे। इसी दौरान हादसा हो गया।
इस बीच मीनाक्षी पानी पीने घर आई तो बहन को लटकता देख मकान मालकिन और ट्यूशन टीचर खुशी को जानकारी दी। सभी ऊपर पहुंचे और बच्ची के गले से फंदा खोल नीचे उतारा। परिजन उसे नजदीकी अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।