ललितपुर में दस गुना रुपये देने के बाद भी सूदखोर ने जमीन से कब्जा नहीं छोड़ा। अफसर ने फरियाद नहीं सुनी तो बुजुर्ग महिला ने विवादित जमीन के पास आत्महत्या कर ली।
ललितपुर में मूलधन से दस गुना रुपये लौटाने के बाद अपनी आठ एकड़ जमीन से कब्जा छुड़ाने को लेकर दो दिनों तक बुजुर्ग दंपती ने कोतवाली महरौनी, एसडीएम और एसपी के यहां शिकायती पत्र दिए थे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। इससे वृद्धा परेशान चल रही थी।
आरोप है कि मंगलवार को विवादित जमीन पर बीम डालने के दौरान आरोपियों ने वृद्धा सहित उसके पति व पुत्रों से धक्का-मुक्की और धमकी दी थी। जिस पर वृद्धा ने विवादित जमीन के पास ही लगे अमरूद के पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
कोतवाली महरौनी के ग्राम पठा विजयपुरा निवासी जगरानी के दो पुत्र हरीराम और भगवत व दो पुत्रियां हैं। मृतका जगरानी के पति हरदयाल की गांव से गुजरे नाराहट-महरौनी मार्ग पर आठ एकड़ जमीन है। पोते भगवानदास ने बताया कि उसके दादा हरदयाल ने जब गांव के सूदखोर हरीशंकर सोनी से 80 हजार रुपये लिए थे और करीब आठ लाख रुपये लौटा चुके थे।
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