अक्षयवट के पाैराणिक महत्व को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन वर्ष पहले इसे आमजन के लिए खोलने का निर्देश दिया था। महाकुंंभ में अक्षयवट काॅरिडोर योजना की महत्ता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहली बार सरकार ने इसे लोगो में दर्शाया है।
सरकार की महत्वाकांक्षी अक्षयवट कॉरिडोर सौंदर्यीकरण योजना का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। खास बात यह है कि महाकुंभ से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसका उद्घाटन करेंगे। मोदी 10 से 15 दिसंबर के बीच प्रयागराज आ सकते हैं। इसके बाद यह श्रद्धालुओं और आमजन के लिए खोल दिया जाएगा।
माना जा रहा है कि महाकुंभ में यह श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आस्था और आकर्षण का प्रमुख केंद्र होगा। महाकुंंभ में अक्षयवट काॅरिडोर योजना की महत्ता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहली बार सरकार ने इसे लोगो में दर्शाया है।
अक्षयवट के पाैराणिक महत्व को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन वर्ष पहले इसे आमजन के लिए खोलने का निर्देश दिया था, जबकि इससे पहले यह अकबर के किले में सेना की सुरक्षा में था। मान्यता है कि अक्षयवट वृक्ष के पास कामकूप नाम का तालाब था। उस दाैरान मोक्ष की प्राप्ति के लिए लोग वृक्ष पर चढ़कर तालाब में छलांग लगा देते थे।
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