मिर्जापुर निवासी किशोरी (17 वर्ष) को जब लम्बे समय तक मासिक धर्म नहीं आया तो चिंतित परिजन उसे करीब दो महीने पहले अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में दिखाने के लिए पहुंचे। यहां किशोरी का अल्ट्रासाउंड साउंड कराया गया। जिसके बाद जो बात सामने आई उससे डॉक्टर भी हैरान रह गए।
जन्म से लेकर किशोरावस्था तक लड़की के रूप में लालन-पालन हुआ लेकिन जब स्वास्थ्य जांच हुई तो सारे गुण लड़कों के पाए गए। स्वरूपरानी अस्पताल में आए इस मामले से चिकित्सक भी हैरान हैं। उन्होंने बताया कि किशोरी में एंड्रोजन इन सेंसिटिविटी सिंड्रोम (एआईएस) के लक्षण हैं, जो एक दुर्लभ आनुवंशिक स्थिति है। यह एक यौन विकार है।
मिर्जापुर निवासी किशोरी (17 वर्ष) को जब लम्बे समय तक मासिक धर्म नहीं आया तो चिंतित परिजन उसे करीब दो महीने पहले एसआरएन अस्पताल के स्त्री रोग विभाग में दिखाने के लिए पहुंचे। यहां किशोरी का अल्ट्रासाउंड साउंड कराया गया तो सामने आया कि वह शारीरिक तौर पर भले ही लड़की है लेकिन अंदर से वह पूरी तरह से लड़का है।



