उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के नए अध्यक्ष पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण करेंगे। इसके बाद प्रशांत कुमार की अगुवाई में होने वाली आयोग की पहली बैठक पर अफसरों संग प्रतियोगियों की भी नजर है।
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के नए अध्यक्ष पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण करेंगे। इसके बाद प्रशांत कुमार की अगुवाई में होने वाली आयोग की पहली बैठक पर अफसरों संग प्रतियोगियों की भी नजर है।
प्रो.कीर्ति पांडेय के इस्तीफे के बाद आयोग के नए अध्यक्ष के लिए 21 अक्तूबर तक आवेदन मांगे थे लेकिन पात्रता शर्तों में संशोधन के बाद दोबारा 10 दिसंबर तक आवेदन मांगे गए। पात्रता शर्तों में संशोधन के बाद से ही प्रशांत कुमार को अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चा रही। खास यह कि आवेदन लिए जाने के महज सात दिन बाद ही स्क्रूटनी आदि की प्रक्रिया पूरी कर प्रशांत कुमार को अध्यक्ष बनाए जाने का आदेश जारी कर दिया गया। एक पूर्व डीजीपी को वह भी आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के एक सप्ताह में अध्यक्ष बनाए जाने के आदेश को बड़े संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
दो साल पहले गठित आयोग में अभी तक कोई भी भर्ती प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। आयोग के गठन से पूर्व से जारी तीन भर्तियों की प्रक्रिया भी लंबित है। इससे प्रतियोगियों में नाराजगी है। ऐसे में इस तत्परता के पीछे सरकार के स्पष्ट संकेत के रूप में देखा जा रहा है कि अब भर्ती परीक्षाओं में देरी नहीं होनी चाहिए।
ऐसे में प्रशांत कुमार के शुक्रवार को कार्यभार ग्रहण करने एवं उनकी अध्यक्षता में होने वाली पहली बैठक पर सभी की नजर है। प्रशांत कुमार के कार्यभार ग्रहण के बाद शुक्रवार को ही औपचारिक बैठक संभावित है। इसके अलावा आयोग की हर बृहस्पतिवार को बैठक होती रही है। ऐसे में इन बैठकों में आयोग का रूख तय होने के साथ बड़े निर्णय की उम्मीद है।
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