बैठक में अफसरों को परीक्षा संबंधी प्रक्रिया और नए नियमों के बारे में जानकारी दी जाएगी। आयोग परीक्षा से 10 दिन पहले प्रवेश पत्र जारी करेगा। परीक्षा की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
समीक्षा अधिकारी (आरओ)/सहायक समीक्षा अधिकारी (एआरओ) प्रारंभिक परीक्षा-2023 की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। मंगलवार को आयोग में सभी जिलों के नोडल अफसरों की बैठक बुलाई गई है। 27 जुलाई को प्रस्तावित उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के इतिहास की सबसे बड़ी प्रारंभिक परीक्षा का सफल आयोजन आयोग के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
बैठक में अफसरों को परीक्षा संबंधी प्रक्रिया और नए नियमों के बारे में जानकारी दी जाएगी। आयोग परीक्षा से 10 दिन पहले प्रवेश पत्र जारी करेगा। परीक्षा की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा रहा है। केंद्रों के निर्धारण की प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा-2023 पिछले साल 11 फरवरी को प्रदेश में 58 जिलों के 2387 केंद्रों में हुई थी। आरओ/एआरओ के 411 पदों पर भर्ती के लिए 10,76,004 अभ्यर्थी पंजीकृत थे। पहली बार आयोग की किसी परीक्षा के लिए इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। यह परीक्षा डेढ़ साल बाद दोबारा आयोजित की जा रही है।
प्रारंभिक परीक्षा में पेपर लीक होने के कारण परीक्षा निरस्त कर दी गई थी। इसके बाद प्रदेश सरकार ने केंद्र निर्धारण के नियमों में व्यापक परिवर्तन किया और यूपीपीएससी को भी प्रारंभिक परीक्षा का प्रारूप बदलना पड़ा। पहले प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्न पत्र होते थे, लेकिन अब एक प्रश्न पत्र की परीक्षा होगी ताकि पूरे तंत्र को परीक्षा की निगरानी में लगाया जा सके।
हालांकि प्रश्नपत्रों के प्रारूप में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है, बल्कि दोनों प्रश्न पत्रों को अब एक प्रश्न पत्र में समायोजित कर दिया गया है। परीक्षा अब दो व एक घंटे की दो पालियों की जगह तीन घंटे की एक पाली में सुबह 9:30 से अपराह्न 12:20 बजे तक होगी। एक ही पेपर में सामान्य अध्ययन एवं सामान्य हिंदी के प्रश्न शामिल होंगे। इस बार प्रदेश के सभी 75 जिलों में परीक्षा केंद्र होंगे।
Courtsy amarujala