Monday, February 3, 2025
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UPPSC : आयोग ने दो दिन परीक्षा कराने के लिए कसी कमर, 21 नवंबर को बुलाई जिलाधिकारियों की बैठक

पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा व आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया निरस्त किए जाने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्र सोमवार से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने बेमियादी धरने पर बैठने जा रहे हैं।

पीसीएस और आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराने के प्रतियोगी छात्रों के विरोध के बीच उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) दो दिन परीक्षा कराने पर अड़ गया है। परीक्षा प्रदेश के 44 जिलों में कराई जानी है। इसके लिए आयोग ने सभी जिलाधिकारियों की बैठक 21 नवंबर को बुलाई है, इसमें आवश्यक निर्देश दिए जाएंगे।

पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा व आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षा एक दिन में कराने और नॉर्मलाइजेशन (मानकीकरण) की प्रक्रिया निरस्त किए जाने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्र सोमवार से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के सामने बेमियादी धरने पर बैठने जा रहे हैं। वहीं, आयोग ने अभ्यर्थियों के विरोध का दरकिनार करते हुए दो दिन परीक्षा कराने की तैयारी शुरू कर दी है।

एक तरफ अभ्यर्थियों ने 11 नवंबर से आंदोलन की घोषणा की है और चेतावनी दी है कि आयोग जब तक एक दिन परीक्षा कराने और नॉर्मलाइजेशन का निरस्त करने का नोटिस जारी नहीं कर देता, तब तक वे धरने से नहीं उठेंगे। यह धरन आयोग के गेट नंबर-दो के सामने प्रस्तावित है। वहीं, आयोग के सचिव अशोक कुमार ने परीक्षा की तैयारी के लिए सभी जिलाधिकारियों (नोडल अधिकारियों) की 21 नवंबर को बैठक बुला ली है।

दिल्ली, एमपी सहित कई राज्यों से पहुंच रहे आंदोलनकारी

प्रतियोगी छात्रों के धरने में यूपी समेत दिल्ली, एमपी, बिहार, उत्तराखंड व अन्य राज्यों से अभ्यर्थी शामिल होंगे। अभ्यर्थियों की ओर से घोषित धरना-प्रदर्शन के मद्देनजर आयोग परिसर के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की व्यवस्था की गई है। अभ्यर्थी किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। हालांकि, अभ्यर्थियों ने शांतिपूर्ण तरीके से धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है। इसके लिए पुलिस प्रशासन से भी अनुमति मांगी गई है।

वहीं, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 दो दिन कराने पर अड़ा है। आयोग की ओर से उन 41 जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं, जिनके जिलों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसके लिए लिए 21 नवंबर 2024 को दोपहर 12 बजे उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग, प्रयागराज के सरस्वती भवन में नोडल अधिकारियों की बैठक आयोजित की जाएगी।

जिलाधिकारियों से बैठक में उपस्थित होने का अनुरोध किया गया है। साथ ही कहा गया है कि अपरिहार्य कारणों से स्वयं बैठक में प्रतिभाग करना संभव न हो तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक से जुडें और अपनी जगह किसी अपर जिलाधिकारी को नामित कर अनिवार्य रूप से प्रतिभाग करने के लिए निर्देशित करें।

इन जिलों में प्रस्तावित है परीक्षा

आगरा, अलीगढ़, अयोध्या, आजमगढ़, बांदा, बाराबंकी, बरेली, बस्ती, बिजनौर, बदायूं, बुलंदशहर, देवरिया, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, फिरोजाबाद, गाजियाबाद, गाजीपुर, गोंडा, गोरखपुर, हरदोई, हाथरस, जौनपुर, झांसी, ज्योतिबा फुले नगर (अमरोहा), कानपुर नगर, लखीमपुर खीरी, लखनऊ, मैनपुरी, मथुरा, मेरठ, मिर्जापुर, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर, प्रतापगढ़, प्रयागराज, रायबरेली, सहारनपुर, शाहजहांपुर, सीतापुर, सुल्तानपुर और वाराणसी जिले शामिल हैं।

छात्रों के धरना-प्रदर्शन का समर्थन नहीं करेंगे कोचिंग संचालक

महाकुंभ को लेकर पुलिस लाइंस स्थित त्रिवेणी सभागार में पुलिस अधिकारियों की कोचिंग संचालकों व एसोसिएशन के अध्यक्ष संग बैठक हुई। इसमें प्रतियोगी छात्रों की ओर से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पर प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन को लेकर संचालकों ने कहा कि कोचिंग संस्थान सोमवार को भी संचालित होंगे। वह किसी भी छात्र आंदोलन का समर्थन नहीं करते हैं। महाकुंभ के दौरान भीड़ की होल्डिंग के लिए कोचिंग संस्थानों के कैंपस का इस्तेमाल करना, भीड़ नियंत्रण में कोचिंग संस्थानों के कर्मचारियों व छात्रों की उपयोगिता आदि बिंदुओं पर मंथन किया गया।

Courtsy amarujala.com
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