आयोग को 5,76,154 अभ्यर्थियों की प्रारंभिक परीक्षा कराने के लिए 1,758 केंद्रों की आवश्यकता थी और इसके लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर उन केंद्रों की सूची मांगी गई थी, जो 19 जून 2024 को जारी शासनादेश के अनुसार परीक्षा केंद्र के मानक को पूरा कर रहे थे।
पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 सात एवं आठ दिसंबर को प्रदेश के 41 जिलों में होगी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने बड़े और सुविधाओं के लिहाज से अग्रणी जिलों में ही केंद्र बनाने का निर्णय लिया है। आयोग ने पहले एक ही दिन में परीक्षा कराने के लिए केंद्र निर्धारण पर काम शुरू किया था, हालांकि शासन की ओर से केंद्र निर्धारण की नीति को सख्त करने और निजी स्कूल-कॉलेजों को केंद्र बनाने पर रोक लगाने से आयोग को एक दिन की परीक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्र नहीं मिल सके।
आयोग को 5,76,154 अभ्यर्थियों की प्रारंभिक परीक्षा कराने के लिए 1,758 केंद्रों की आवश्यकता थी और इसके लिए प्रदेश के सभी 75 जिलों के जिलाधिकारियों को पत्र लिखकर उन केंद्रों की सूची मांगी गई थी, जो 19 जून 2024 को जारी शासनादेश के अनुसार परीक्षा केंद्र के मानक को पूरा कर रहे थे।
इस आधार पर आयोग को सभी जिलों में केवल 978 केंद्र ही मिल सके। ऐसे में आयोग को परीक्षा दो दिन कराने का निर्णय लेना पड़ा। आयोग के सूत्रों का कहना है कि दो दिन परीक्षा कराने से अभ्यर्थी अब आधी-आधी संख्या में बंट जाएंगे।
यानी आयोग को एक दिन में 2,88,077 अभ्यर्थियों की परीक्षा ही करानी होगी। ऐसे में उन जिलों को केंद्र बनाने में तरजीह दी गई है, जो आवागमन के लिहाज से अभ्यर्थियों के लिए सुविधाजनक हों और उन जिलों में सरकारी स्कूल-कॉलेज अधिक संख्या में हों।