प्रयागराज। हमीदिया गर्ल्स डिग्री कॉलेज के फैशन डिजाइन, कढ़ाई, सॉफ्टवेयर प्रौद्योगिकी एवं वाणिज्य विभाग में ‘उद्यमिता, स्थिरता और व्यापार विकास’ पर चार दिवसीय सम्मेलन का आयोजित किया गया।
सम्मेलन में जे.के. इंस्टीट्यूट ऑफ एप्लाइड फिजिक्स एंड टेक्नोलॉजी इलेक्ट्रॉनिक्स और संचार विभाग के बतौर विशिष्ट वक्ता डॉ. राजेश कुमार ने ‘वास्तविक जीवन में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के अनुप्रयोग’ विषय पर विचार साझा किया। कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में उभरा है। मशीन लर्निंग एल्गोरिदम की मदद से, एआई सिस्टम इंसानों की तुलना में डेटा-संचालित निर्णय तेजी से ले सकते हैं। वहीं इसके निहितार्थ और अनुप्रयोगों के बारे में उत्साह और चिंताएं दोनों बढ़ रही हैं।
दूसरा व्याख्यान इसी विभाग के डॉ. सुधाकर सिंह ने दिया। कहा की आईसीटी सामाजिक उद्यमियों के लिए महत्वपूर्ण उपकरण हैं। छात्राएं इसे अपना कर न केवल रोज़गार देने वाली बन सकती हैं, अपितु देश की प्रगति में भी योगदान देने के साथ ही वित्तीय स्थिरता भी हासिल कर सकेंगी।
प्रो. नसरीन बेगम, समन्वयक ने सम्मेलन के उद्घाटन करते हुए कहा कि उद्यमिता से आर्थिक विकास, रोज़गार सृजन, और नवाचार को बढ़ावे के लिए उद्यमिता में जोखिम उठाने की क्षमता और नवप्रवर्तन की योग्यता होना भी ज़रूरी है।
डॉ. जरीना बेगम ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर डॉ. अमिता अग्रवाल, डॉ. शहनाज़ काजमी, डॉ. शमा रानी, डॉ. मोनिशा गुप्ता, मिस हर्षिता, मिसेज नबिया तथा बी. वोक. , बी. ए. और बी. कॉम. की छात्राएं उपस्थित रहीं।
Anveshi India Bureau