बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षक भर्ती शुरू करने के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के प्रतिनिधियों और बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के अफसरों के बीच तकरीबन 10 बार बैठकें हो चुकी हैं।
बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा में शिक्षक भर्ती शुरू करने के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के प्रतिनिधियों और बेसिक, माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के अफसरों के बीच तकरीबन 10 बार बैठकें हो चुकी हैं। सभी बैठकों का परिणाम अब तक शून्य है, क्योंकि रिक्त पदों के अधियाचन के प्रारूप पर ही अब तक सहमति नहीं बन सकी है।
शिक्षा विभाग और शिक्षा सेवा चयन आयोग के बीच समन्वय की कमी के कारण 50 हजार से अधिक पदों पर भर्तियां अटकी हुई हैं। बेसिक, माध्यमिक व उच्च शिक्षा विभाग में शिक्षकों के कितने पद रिक्त हैं, यह जानकारी संबंधित विभागों के पास ही है। विभागों को ही आरक्षण का निर्धारण करना है। संबंधित कॉलेजों से रिक्त पदों की सूचना भी शिक्षा विभाग को ही इकट्ठा करनी है। इसके बावजूद शिक्षा विभाग नई भर्ती शुरू करने के लिए आयोग को रिक्त पदों का अधियाचन उपलब्ध नहीं करा पा रहा है।