Saturday, December 21, 2024
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विरासत नहीं विचारधारा की लड़ाई —: उज्जवल रमण

प्रयागराज की दो लोकसभा सीटों फूलपुर और इलाहाबाद संसदीय सीटों पर छठवें चरण में 25 मई को वोट डाले जाएंगे। इलाहाबाद संसदीय सीट से इंडिया गठबंधन की ओर से कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने अपनी जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा है कि इस सीट पर वह विरासत नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे है।

उन्होंने कहा कि यह प्रयागराज की गरिमा बचाने, सामाजिक न्यायिक दिलाने और संविधान बचाने की लड़ाई है। उन्होंने कहा है कि क्षेत्र की जनता उनके साथ है। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार पर इलाहाबाद संसदीय सीट की उपेक्षा का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि यह चुनाव जनता लड़ रही है। इलाहाबाद संसदीय सीट पर जनता बनाम भाजपा की लड़ाई हो गई है। उन्होंने कहा है कि निश्चित तौर पर क्षेत्र की जनता परिवर्तन और बदलाव चाहती है। बीजेपी प्रत्याशी नीरज त्रिपाठी पर निशाना साधते हुए कहा है कि जिन लोगों को इलाहाबाद संसदीय सीट का भूगोल और इतिहास नहीं पता है। वह लोग अगर इलाहाबाद संसदीय सीट की बात कर रहे हैं तो लोगों को भी अटपटा लग रहा है। उन्होंने कहा है कि वह जनता के बीच क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर जा रहे हैं। जिसका उन्हें अच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की बीते दस वर्षों में उपेक्षा हुई है और सौतेला व्यवहार हुआ है। कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने कहा है कि निश्चित तौर पर जनता इसका जवाब भारतीय जनता पार्टी को देने जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी की सरकार ने इलाहाबाद को सोते हुए लोगों का शहर बना दिया है,इसे हम जागना चाहते हैं। प्रयागराज को भी दूसरे शहरों की तरह विकास दौड़ में शामिल करना चाहते हैं। गठबंधन के प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने कहा कि प्रयागराज में एक भी आईटी पार्क नहीं है। यहां के बच्चों को नौकरी के लिए बाहर जाना पड़ता है। कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने 1984 के बाद इस सीट पर कभी कांग्रेस के जीत दर्ज ना करने के सवाल पर कहा कि निश्चित तौर पर इस सीट पर जीत दर्ज करना बड़ी चुनौती है। उन्होंने दावा किया है कि 40 साल बाद इस सीट पर एक बार फिर से कांग्रेस इतिहास दोहराने जा रही है। कांग्रेस समाजवादी पार्टी और इंडिया गठबंधन के सहयोगी दलों के दम पर इस सीट पर रिकार्ड मतों से जीत दर्ज करेगी। गठबंधन के प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने कहा है कि बीजेपी के झूठ का डटकर मुकाबला करेंगे। उन्होंने कहा कि वह डटकर मुद्दों की राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने दावा किया है कि वह विकास के मुद्दे पर ही यह चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं उनका नामांकन पत्र खारिज करने को लेकर रिटर्निंग अफसर से की गई शिकायत के जवाब में कहा है कि बीजेपी बुरी तरह से इलाहाबाद संसदीय सीट से चुनाव हार रही है। इसलिए बीजेपी तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी पर तंज करते हुए कहा है कि अदालतों का चक्कर लगाने वाले जनता की राजनीति नहीं कर सकते। उन्होंने कहा है कि भाजपा प्रत्याशी को अदालतों के ही चक्कर लगाने चाहिए। उन्हें जनता से दूर चले जाना चाहिए। वहीं एनडीए के 400 पार और यूपी में सभी 80 सीटों पर भाजपा के जीत के दावे पर कहा है कि यह सिर्फ चुनावी जुमला है। कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने कहा है कि तीन चरणों के मतदान के बाद यह साफ हो गया है कि बीजेपी की सीटें लगातार घट रही हैं। बीजेपी के नेताओं को भी इसका अनुमान हो गया है। उन्होंने कहा है कि जिस तरह से 2014 में बीजेपी ने 15 लाख खाते में आने और 2 करोड़ लोगों को हर वर्ष नौकरी देने का चुनावी जुमला दिया था। उसी तरह से 400 पार और यूपी की 80 सीटें जीतने का दावा किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि नैनी इंडस्ट्रियल एरिया को पुनर्जीवित करने के वायदे को भी बीजेपी पूरा नहीं कर पाई है। इसलिए जनता का विश्वास पूरी तरह से बीजेपी से उठ चुका है। इस बार के चुनाव में कांग्रेस की ओर से चुनावी नारे गढ़े जाने को लेकर कहा है कि सोशल मीडिया के दौर में नारों का चलन कम हुआ है। लेकिन इसके बावजूद कांग्रेस इस बार चुनावी नारा दे रही है कि “तख्त बदल दो ताज बदल दो बेईमानों का राज बदल दो।” उन्होंने कहा है कि इसी नारे के साथ वह जनता के बीच जा रहे हैं और जनता भी बीजेपी को हटाने का पूरा मन बना चुकी है। उन्होंने कहा कि नारे ही चुनाव को रोचक बनाते हैं और ग्रामीण इलाकों में तरह-तरह के नारे भी लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस प्रत्याशी उज्जवल रमण सिंह ने कहा है कि बीजेपी की सरकारों ने प्रयागराज की गरिमा को गिराने का काम किया है। पूरब का ऑक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय की भी गरिमा गिरी है। आज सिविल सर्विसेज में सफल होने वाले प्रयागराज के अभ्यर्थियों की संख्या भी कम हुई है। इन सब की जिम्मेदार मौजूदा सरकार की नीतियां हैं। उज्जवल रमण सिंह ने कहा है कि यह लड़ाई विरासत नहीं बल्कि विचारधारा की है। उन्होंने इलाहाबाद लोकसभा सीट पर अपनी जीत का दावा करते हुए कहां है कि यह लड़ाई जीत की नहीं अब जीत के मार्जिन की है। उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस बड़े अंतर से इलाहाबाद संसदीय सीट पर जीत दर्ज कर 40 साल के इतिहास को दोहराने जा रही है।

 

Anveshi India Bureau

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