Thursday, July 31, 2025
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योग भारतीय संस्कृति की आत्मा है- सिदाथॅ नाथ सिंह

11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर प्रयागराज के खुशरुबाग में स्थित आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (सारनाथ सर्कल) द्वारा संजीव गार्डन लूकरगंज में आयोजित विशेष योग कार्यक्रम में विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि 21 जून का दिन क्यों चुना गया? उन्होंने बताया कि भारत की पौराणिक प्राचीन परंपरा है, जो ऋषि-मुनियों और तपस्वियों के शोध से जुड़ी है।

 

श्री सिंह ने कहा आज का दिन उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है, जब सूरज आकाश में सबसे ऊंचे स्थान पर होता है और धूप सबसे अधिक होती है। यह दिन मानव शरीर की सौर ऊर्जा से जुड़ी गतिविधियों के लिए आदर्श है। भारतीय ज्योतिष और योग परंपरा के अनुसार, यह आध्यात्मिक साधना का दिन है। आदि योगी (शिव) ने अपने पहले सात शिष्यों को योग का ज्ञान दिया था। आज प्रकाश, ऊर्जा और चेतना का दिन है। 21 जून को ध्यान, प्राणायाम और योग जैसे अभ्यासों से हम अपने आदर्श शरीर, अधिक सजग और ऊर्जावान बना सकते है। योग आत्मचिंतन और आंतरिक प्रकाश को जागृत करने का सशक्त माध्यम है,आज 172 देशों ने भारतीय संस्कृति के योग को अंगीकार किया है।

सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि योग केवल शरीर की कसरत नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की आत्मा है। यह अनुशासन, संतुलन और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग है। फिर प्रधानमंत्री मोदी का लाइव प्रसारण देखा और विचारों को सुना और संकल्प लेने से पहले सहायक अधीक्षक पुरातत्व सर्किल अनिल सिंह ने विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंह को बुकें देकर स्वागत किया फिर शाल ओढ़ाकर तथा खुशरुबाग का ऐतिहासिक चित्र भेंट किया। साथ ही सर्वेक्षण सहायक उपमंडल कर्मवीर तिवारी ने योगगुरु मनोज कुमार एवं उद्यान प्रभारी अकलेश्वर चौधरी ने शिक्षक को सम्मानित किया।

कार्यक्रम में सहभागिता एवं उपस्थित जन कर्मवीर तिवारी अकलेश्वर चौधरी,विपिन ओझा, रामराज्य यादव, अवधेश यादव, सौरभ जायसवाल, मंजीत सिंह,मनोज कुमार, मंडल अध्यक्ष खुल्दाबाद अप्रूवा चंद्रा, मंडल अध्यक्ष राजरूपपुर पारस श्रीवास्तव, मिथलेश सिंह, अरुण श्रीवास्तव, सुशील कन्नौजिया, मनोज गुप्ता, अरुण सिंह, संजय श्रीवास्तव,नवनीत श्रीवास्तव, दिनेश तिवारी आदि रहें।

 

Anveshi India Bureau

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