UP by-election:यूपी उपचुनाव के परिणाम बताते हैं कि एक नारे ने भाजपा के पक्ष में बहुत मजबूती से काम किया। संघ ने भी उस नारे का सपोर्ट किया। सपा की हार की वजहें भी साफ दिख रही हैं।
उपचुनाव के नतीजे आने के बाद जारी अपनी पहली प्रतिक्रिया का समापन मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी अपने लोकप्रिय संदेश के साथ यूं करते हैं-बंटेंगे तो कटेंगे। इसके बाद जोड़ा-एक हैं तो सेफ हैं (मोदी का दिया स्लोगन)। इन नतीजों का निहितार्थ यही नारा है। वोटों की गोलबंदी में यह नारा रामबाण साबित हुआ। बंटेंगे तो कटेंगे का सिंहनाद करीब चार महीने पहले उपचुनाव में योगी की सक्रियता के साथ ही हो गया था। सत्तापक्ष की इस चुनावी चकाचौंध में तब विपक्ष जागा-जागा सा आंखें मिचमिचा रहा था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शीर्षस्थ पदाधिकारियों ने मथुरा में हाल की बैठक में जब अपने हिंदू ह्रदय सम्राट की इस हुंकार पर हामी भर दी तो चुनाव की पिच बिलकुल साफ हो गई। नतीजे बताते हैं कि जातीय जनगणना की काट जातीय एकजुटता से करने का प्रयोग कारगर रहा।
सपा को ले डूबा उसका अति आत्मविश्वास

