परीक्षाओं में अक्सर नंबरों के साथ छेड़छाड़ या ओएमआर आंसर शीट खाली छोड़ने के आरोप लगते रहे हैं। आयोग के इस निर्णय से सभी प्रकार के विवादों का समाधान किया सकेगा। अब तक आयोग दो प्रतियों में ओएमआर आंसर शीट तैयार कराता था।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। आयोग ने तीन प्रतियों में ओएमआर आंसर शीट (उत्तर पत्रक) तैयार करने का निर्णय लिया है, जिसमें एक प्रति कोषागार में संरक्षित रखी जाएगी, ताकि भविष्य में ओएमआर संबंधी किसी भी तरह का विवाद सामने आने पर तीसरी प्रति के सत्यापन के माध्यम से विवाद को दूर किया जा सके।
परीक्षाओं में अक्सर नंबरों के साथ छेड़छाड़ या ओएमआर आंसर शीट खाली छोड़ने के आरोप लगते रहे हैं। आयोग के इस निर्णय से सभी प्रकार के विवादों का समाधान किया सकेगा। अब तक आयोग दो प्रतियों में ओएमआर आंसर शीट तैयार कराता था। परीक्षा के बाद आंसर शीट की मूल प्रति आयोग के पास रह जाती थी, जिसके आधार पर परिणाम तैयार किया जाता था और दूसरी प्रति अभ्यर्थी को सौंप दी जाती थी।