घटना 5 सितंबर 2015 की है। पंकज अपनी दुकान भगतराम जय नारायण को बंद करके रात करीब 07.30 बजे अपनी गाड़ी आई-10 से जा रहे थे। जब वह पोलो ग्राउंड मजार के पास पहुंचे तो पल्सर पर सवार दो लोग ओवरटेक करके उन्हें रोका।
ऑकलैंड रोड निवासी पंकज महिंद्रा का अपहरण करने वाले बदमाशों ने फूलप्रूफ प्लानिंग की थी। अपहरण के वक्त एक बदमाश पुलिस की वर्दी में था जबकि चार-पांच अन्य बदमाशों ने खुद को एसओजी का सदस्य बताया था। हाई सिक्योरिटी जोन में स्थित पोलो ग्राउंड के पास पंकज का सफारी कर में अपहरण किया गया था और फिर उन्हें फतेहपुर ले जाकर बंधक बना लिया गया था।
घटना 5 सितंबर 2015 की है। पंकज अपनी दुकान भगतराम जय नारायण को बंद करके रात करीब 07.30 बजे अपनी गाड़ी आई-10 से जा रहे थे। जब वह पोलो ग्राउंड मजार के पास पहुंचे तो पल्सर पर सवार दो लोग ओवरटेक करके उन्हें रोका। उसमें से एक आदमी पुलिस की वर्दी पहने था, जिसने कहा कि हम लोग एसओजी के हैं। उसके बाद एक सफेद रंग की टाटा सफारी से चार-पांच लोग उतरे और उसको खींच कर सफारी में बैठा लिया। उसमें से एक आदमी ने गाड़ी की चाबी छीनकर उनकी गाड़ी में बैठ गया।