Wednesday, January 15, 2025
spot_img
HomePrayagrajबांग ब्यूटी के द्वारा महिला स्वास्थ संबंध पर संगोष्ठी का किया आयोजन

बांग ब्यूटी के द्वारा महिला स्वास्थ संबंध पर संगोष्ठी का किया आयोजन

बांग ब्यूटी के द्वारा महिला स्वास्थ संबंध पर संगोष्ठी का किया आयोजन

आज दिनांक 7 जुलाई 2024 को हिंदुस्तानी एकेडमी में शहर प्रयागराज के बंग समुदाय के महिलाओं के द्वारा नवनिर्मित समूह बांग ब्यूटी के द्वारा महिला स्वास्थ के प्रति जागरूकता दिखाते हुए मेडिकल अवेयरनेस के तहत एक संगोष्ठी का आयोजन किया जिसमें 150 से अधिक महिलाओं ने भागीदारी दिया। संगोष्ठी में शहर के चुनिंदा स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ० नवनिता बनर्जी, डॉ० उर्मी नियोगी एवं डॉ० शाश्वती सेन ने क्रमशः पीसीओएस, मेनोपॉज एवं सर्वाइकल कैंसर के बारे में महिलाओं को विस्तृत जानकारी सांझा किया। जिसके पश्चात महिलाओं ने अपने ओर से सवाल भी किए जिसका जवाब डॉक्टर गण के द्वारा दिया गया, साथ ही ये भी आश्वासन दिया गया के महिलाओं के स्वास्थ के मद्देनजर शीघ्र ही एक मेडिकल कैंप का भी आयोजन किया जाएगा।

पीसीओएस के विषय में जानकारी देते हुए डॉ० बनर्जी ने बताया के एक आम स्थिति है जो आपके हार्मोन को प्रभावित करती है। यह अनियमित मासिक धर्म, अत्यधिक बाल विकास, मुँहासे और बांझपन का कारण भी बनता है। ज़्यादातर केस में इसका निदान 20 या 30 की उम्र में होता है जब वे गर्भवती होने की कोशिश कर रहे होते हैं। अगर कोई महिला मोटापे से ग्रस्त हैं तो पीसीओएस होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।

मेनोपॉज के विषय में डॉ० नियोगी ने बताया कि रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज महिलाओं के लिए उम्र बढ़ने का एक सामान्य हिस्सा है। यह कोई बीमारी या विकार नहीं है। यह सामान्यतः 45 और 55 वर्ष की आयु के बीच शुरू होता है। रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाएं हृदय रोग और ऑस्टियोपोरोसिस के प्रति अधिक संवेदनशील होती हैं। इस समय के दौरान, स्वस्थ आहार खाना जारी रखना, सक्रिय रहना और यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है कि आपको इष्टतम हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त कैल्शियम मिले। एक

महिला के जीवन में यह समय अक्सर शारीरिक संक्रमणों एवं मानसिक दबाव का कारण भी बनता है ऐसे समय में उचित डॉक्टरी सलाह एवं जांच की आवश्यकता भी पड़ती है। डॉ० सेन ने सर्वाइकल कैंसर के विषय में जानकारी दिया के भारत के महिलाओं में होने वाली सबसे आम कैंसर सर्वाइकल कैंसर है।

       

सर्वाइकल कैंसर का बचाव और इलाज दोनों हो सकता है। लेकिन इसके प्रति महिलाओं में जागरुकता कम होने की वजह से, डॉक्टरों को सही समय पर जानकारी नहीं मिल पाती है और इलाज मिलपाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने यह भी बताया के असुरक्षित यौन संबंध, अत्यधिक गर्भ निरोधक गोलियां, लगातार कई बार का गर्भधारण और भी कई कारणों से सर्वाइकल कैंसर हो सकता है। इसके इलाज के तौर पर सर्जरी, कीमो, रेडिएशन आदि किए जाते है परंतु बचाव ही सुरक्षा का पहला कदम है इसलिए अब हमारे देश में इसके बचाव के तौर पर वैक्सिनेशन भी उपलब्ध है जिसकी जानकारी आपके डॉक्टर आपको बेहतर बताते है

कार्यक्रम का सम्पान महिला स्वास्थ पर आधारित एक नृत्य से किया गया जिसकी प्रस्तुति चैताली रॉय ने दी। संचालन शिल्पी बनर्जी, अध्यक्षता फाउंडर अनुपमा दास एवं धन्यवाद ज्ञापन को-फाउंडर मुस्कान वाधवानी ने किया। इसके साथ ही सभी डॉक्टर को पुष्पगुच्छ एवं मोमेंटो बंग उत्तोरियो के साथ सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अर्चना, डोलोन, सुचित्रा, प्रीति, मिली, मोना, बिपाशा, छाया, जया, मौसमी, दिपोश्री, दीपा, काकोली, सागरिका, मंजुला, माला, पिंकी, रुमकी, झूमा, अल्पना, गीतांजलि, आनंदिता, केया, दीपाली आदि उपस्थित रहे।

 

Anveshi India Bureau

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments