तीर्थराज प्रयागराज में अगले वर्ष -2025 में लगने वाले महाकुंभ मेला की व्यापक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई है। मेले को दिव्य भव्य बनाने के लिए केन्द्र और प्रदेश सरकार 10 हजार करोड़ रुपए से अधिक खर्च कर रही है। मेले में कल्पवास और स्नान के लिए देश और विदेश से 40 करोड़ से अधिक कल्पवासियों, श्रद्धालुओं और स्नानार्थियों के आने की संभावना है। सबसे बड़ी बात यह है कि मेले के दौरान अगर किसी भी प्रकार की घटना – दुर्घटना होती है तो प्रभावित लोगों की मदद के लिए कोई इंश्योरेंस की व्यवस्था नहीं है जबकि मेले के दौरान आग लगने, दुर्घटना होने और डूबने की ज्यादा घटनाएं होती हैं।
कुंभ मेला -2013 तक मेले का इंश्योरेंस होता था। अगर मेले के दौरान कोई घटना, दुर्घटना होती थी तो प्रभावित लोगों और पीड़ित परिवारों को इंश्योरेंस का लाभ मिलता था। वर्ष 2018-19 के कुंभ मेला के दौरान इंश्योरेंस बंद कर दिया गया था जबकि कुंभ मेला 2018 – 19के दौरान आगजनी की तीन दर्जन घटनाएं हुई थी जिसमें कल्पवासी, संस्था और संतों के शिविर पूरी तरह से जलकर खाक हो गये थे लेकिन उनको मेला प्रशासन की ओर से कोई लाभ नहीं मिला था। माघ मेला 2022-23, 2023-24 और 2024-25 के दौरान आग लगने की पांच दर्जन घटनाएं हो चुकी थी। वर्ष 2024 माघ मेला के दौरान किन्नर अखाड़ा में रात में आग लगने से पूरा पण्डाल जलकर राख हो गया था और जलने से दो लोगों की मौत हो गयी थी। खाक चौक में महामंडलेश्वर स्वामी राम तीर्थ दास महराज सहित तीन दर्जन शिविरों में आग की घटनाएं हुई थी।
महाकुंभ मेला में जहां देश के कोने-कोने और विदेशों से बड़ी संख्या में संत-महात्मा अपने शिष्यों, स्वयं सेवकों,श्रद्धालुओं के साथ आएंगे और माहभर तीर्थराज प्रयागराज में रहकर कल्पवास करते हुए कथा, प्रवचन, अनुष्ठान, रामलीला, रासलीला, भण्डारा, सामाजिक जागरूकता सहित अन्य कार्यक्रम माहभर करते हैं। ऐसे में उनके शिविरों में विशाल भण्डारा सहित अन्य कार्यक्रम चलता रहेगा। ऐसे में शिविर में भीड़ माहभर बनी रहेगी।
मेला प्रशासन ने महाकुंभ में संभावित भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र का क्षेत्रफल दुगुना करते हुए 16 पाण्टून पुल की बजाय 40 पाण्टून पुल बनाने जा रहा है। मेला क्षेत्र का क्षेत्रफल फाफामऊ, नैनी और झूंसी की ओर दो से तीन गुना तक बढ़ा दिया गया है। इन क्षेत्रों की सड़को को चौड़ा किया जा रहा है। फाफामऊ, झूंसी और नैनी क्षेत्र के किनारों की सड़को के चौड़ीकरण का काम तेजी से शुरू हो गया है जो शीघ्र पूरा हो जायेगा।
महाकुंभ -2025 के दौरान इंश्योरेंस न होने से लोगों में डर बना हुआ है कि मेला क्षेत्र में अगर कोई घटना, दुर्घटना होती है तो इंश्योरेंस न होने से पीड़ित लोगों की आर्थिक मदद कैसे हो पाएंगी।
महाकुंभ के मेलाधिकारी विजय किरन आनंद का कहना है कि मेला में आने वाले लोगों को जागरूक किया जाएगा कि वह लोग किसी भी प्रकार की घटना, दुर्घटना से बचें। उन्होंने कहा कि इंश्योरेंस की सुविधा नहीं है लेकिन अगर कोई घटना, दुर्घटना होती है तो जिले स्तर और शासन से पीड़ित की पूरी मदद की जाएंगी। उन्होंने कहा कि इतने बड़े मेले का इंश्योरेंस होना संभव नहीं है लेकिन पूरी कोशिश रहेगी कि कोई घटना, दुर्घटना न होने पाएं इसके लिए कल्पवासियों, संत, महात्माओं और संस्था के लोगों को जागरूक किया जाएगा।
Anveshi India Bureau