बेनामी संपत्ति बनाने को मिलते-जुलते नाम के दो लोगों के नाम माफिया ने संपत्ति बनाई है।करेली निवासी दो सगे भाइयों समेत चार के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराई है।अतरसुइया में दो दिन पहले जावेद व उसके भाई कामरान, फराज सभी निवासी करेली समेत चार के खिलाफ बंधक बनाकर मारपीट समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई।
माफिया अतीक की बेनामी संपत्ति को बनाने के लिए उसके गुर्गों ने गजब प्लानिंग की। मिलते-जुलते नाम के दो ‘हूबलाल’ खोज लिए और दिहाड़ी पर काम करने वाले इन लोगों के नाम करोड़ों की संपत्ति बना ली। वादी का आरोप है कि ऐसा इसलिए किया कि कभी एक उनके खिलाफ जाएं तो दूसरे के जरिये संपत्तियों को अपने नाम करा ले। फिलहाल, पुलिस दोनों से पूछताछ में जुटी है।
सूत्रों के मुताबिक प्रकरण की जांच में जुटी अतरसुइया पुलिस को एक और चौंकाने वाली बात पता चली है। यह सामने आया है कि आरोपियों ने बेनामी संपत्ति के इस खेल के लिए मिलते-जुलते नाम के दो व्यक्तियों का इस्तेमाल किया। इनमें से एक सफाईकर्मी तो दूसरा श्यामजीत पुत्र भोरीलाल भी दिहाड़ी मजदूर है। महेवा पश्चिमपट्टी नैनी निवासी इस के नाम से भी जमीन की रजिस्ट्री कराई गई। फिलहाल,इसके नाम पर सरायइनायत में एक जमीन संबंधी दस्तावेज पुलिस के हाथ लगे हैं। अफसरों का कहना है कि इसकी भी पड़ताल कराई जाएगी। दूसरे श्यामजी का भी बयान दर्ज किया जाएगा।
प्लान बी के तहत खोजा दूसरा व्यक्ति
माफिया अतीक की 12.42 करोड़ की बेनामी संपत्ति का मामला अब गैंगस्टर कोर्ट में
200 रुपये दिहाड़ी के मजदूर को बनाया था करोड़ों का मालिक
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