15 अप्रैल 2023 को रात 10:30 बजे के करीब धूमनगंज पुलिस टीम अतीक और अशरफ को मेडिकल परीक्षण के लिए कॉल्विन अस्पताल लेकर पहुंची थी। गेट से भीतर घुसते ही उनके ऊपर मीडियाकर्मियों की भीड़ में शामिल तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था।
अतीक अशरफ की हत्या की वारदात महज नौ सेकंड के भीतर अंजाम दी गई थी। उनकी सुरक्षा में 21 पुलिसकर्मी तैनात थे, जिनके सामने तुर्की की जिगाना पिस्टल से दोनों को गोलियों से भून दिया गया था। न्यायिक आयोग की रिपोर्ट पेश होने के बाद बृहस्पतिवार को एक बार फिर यह घटना लोगों के जेहन में कौंध गई।
15 अप्रैल 2023 को रात 10:30 बजे के करीब धूमनगंज पुलिस टीम अतीक और अशरफ को मेडिकल परीक्षण के लिए कॉल्विन अस्पताल लेकर पहुंची थी। गेट से भीतर घुसते ही उनके ऊपर मीडियाकर्मियों की भीड़ में शामिल तीन हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद तमाम तरह के सवाल उठे थे। कुछ सवाल वारदात को अंजाम देने वाले हत्यारोपियों को लेकर थे तो कुछ मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों की घटना के बाद प्रतिक्रिया से संबंधित थे।
नेहरू पार्क और कौंधियारा में तड़तड़ाई थीं गोलियां