Triple Murder In Fatehpur: फतेहपुर में चुनावी रंजिश में प्रधान के दो पुत्रों और एक पौत्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। खेत जाते समय घात लगाकर हमलावरों ने गोलियां बरसाईं। प्रधान की बहू ने पूर्व प्रधान समेत छह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
फतेहपुर के अखरी गांव में हुए तिहरे हत्याकांड में नई जानकारी सामने आई है। ग्रामीणों ने तिहरे हत्याकांड के सुनयोजित होने की आशंका जताई है। ग्रामीणों ने बताया कि हत्याकांड को लेकर हमलावर पूरी तरह से तैयार थे। योजना के तहत ट्रैक्टर लेकर निकले पीयूष ने विवाद किया। प्रतिदिन उसी रास्ते से पप्पू सिंह निकलते थे। ट्रैक्टर के पीछे बाइक लेकर पप्पू सिंह पहुंचे। इधर, नलकूप के पास सारे आरोपी छिपकर बैठे थे। हत्यकांड के बाद उनकी स्कार्पियो तैयार खड़ी थी, जिसमें बैठकर भाग निकले।
प्रत्यक्षदर्शी बोले, 10 राउंड हुई फायरिंग
घटनास्थल के पास एक बाग है। बाग में एक बुजुर्ग घटना के दौरान रखवाली कर रहे थे। उन्होंने बताया कि अचानक गोलियां चलने की आवाज से उसे घबराहट हुई। वह कुछ दूर आगे बढ़े, जहां ताबड़तोड़ गोलियां चलाई जा रही थीं। असलहों से करीब 10 से अधिक राउंड फायर हुए। घटनास्थल के पास ही एक डेयरी है। डेयरी में एक किशोर बैठा था। वह हमला देखकर डेयरी खुली छोड़कर भाग निकला। पुलिस ने बयान दर्ज किए हैं।
हाईवे जाम किया, पोस्टमार्टम में देरी का आरोप
करीब रात 8:30 बजे कानपुर-प्रयागराज हाईवे पर भाकियू टिकैत गुट के पदाधिकारियों ने जाम लगा दिया। आधे घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस से नोकझोंक हुई। इस पर भाकियू कार्यकर्ताओं ने पुलिस के जवानों को दौड़ा लिया। सीओ सिटी सुशील दुबे व अन्य प्रशासन ने किसी तरह यातायात को बहाल कराया। पदाधिकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन जानबूझकर प्रक्रिया में देरी की जा रही है। इससे देर रात हो जाए और परिवार के लोग परेशान हों। वहीं, पोस्टमार्टम की प्रक्रिया मंगलवार रात तक चलती रही। पोस्टमार्टम में पैनल डाक्टर व वीडियोग्राफी कराई गई। इसके पहले एक्सरे कराया गया है। करीब रात 10 बजे के बाद तक पोस्टमार्टम चलता रहा।
चुनावी रंजिश में प्रधान के दो पुत्रों व एक पौत्र की गोली मारकर हत्या
यूपी के फतेहपुर जिले में तिहरे हत्याकांड से सनसनी फैल गई। हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में यह वारदात मंगलवार को हुई। ग्राम प्रधान के दो बेटों और पौत्र की मंगलवार सुबह खेत जाते समय गोली मारकर हत्या कर दी गई। हत्या प्रधानी चुनाव की रंजिश में हुई है। आरोप है कि पूर्व प्रधान ने अपने बेटे और अन्य साथियों के साथ घात लगाकर वारदात को अंजाम दिया। मृतकों में एक भाकियू टिकैत गुट का जिला उपाध्यक्ष था।
बाइक से खेत पर जा रहे थे तीनों
परिजन की तहरीर पर पुलिस ने पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्न समेत छह के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, फरार हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए 10 टीमें गठित की गई हैं। तनाव को देखते हुए गांव में पुलिस व पीएसी तैनात कर दी गई है। अखरी गांव की प्रधान राम दुलारी की बहू मनीषा ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि मंगलवार सुबह उनके पति अनूप सिंह (40), जेठ विनोद सिंह (45) व भतीजा अभय प्रताप (21) बाइक से खेत जा रहे थे।
गांव निवासी रमेश के नलकूप के पास रंजिश के चलते पहले से घात लगाकर बैठे ट्रैक्टर सवार पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू, उसके पुत्र पीयूष, भूपेंद्र, सज्जन, विवेक, जान उर्फ विपुल ने तीनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। इससे तीनों की मौके पर मौत हो गई। वारदात को अंजाम देने के बाद सभी आरोपी स्कॉर्पियो से भाग निकले।
ग्रामीणों ने किया हंगामा
हत्या की सूचना पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। उन्होंने हंगामा किया और शव नहीं उठने दिए। मौके पर पहुंचे एसपी धवल जायसवाल ने सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया। करीब चार घंटे बाद पुलिस शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज सकी। तिहरे हत्याकांड की सूचना पर प्रयागराज एडीजी भानू भास्कर, आईजी प्रेम कुमार समेत अन्य अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर जांच की।
करीबी का कोटा छिनने से बढ़ी अदावत
आगामी पंचायत चुनाव में पूर्व प्रधान सुरेश सिंह उर्फ मुन्नू और विनोद सिंह उर्फ पप्पू एक दूसरे के खिलाफ लड़ने वाले थे। पूर्व प्रधान को विनोद सिंह से लगातार हार का सामना करना पड़ रहा था। कई साल से पूर्व प्रधान के करीबी राम प्रसाद के पास राशन की दुकान थी। इसका संचालन अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व प्रधान पक्ष ही करता था। एक साल पहले पप्पू ने राशन की दुकान में अनियमितता की शिकायत की, जिससे कोटा बंद हो गया। इस तरह से पूर्व प्रधान के कब्जे से राशन दुकान भी छिन गई। वहीं पूर्व प्रधान के कब्जे वाली सरकारी जमीन भी पैमाइश करवाकर विनोद सिंह ने छीन ली थी। इसे लेकर दोनों पक्षों में अदावत बढ़ गई थी।
अखरी की हर गली में खाकी के बूटों की सुनाई दी टाप
तीहरे हत्याकांड के बाद अखरी गांव की हर गली में पुलिस और पीएसी जवानों के बूटों की टाप सुनाई पड़ रही है। मृतकों के दरवाजे पर कुछ महिलाएं बैठीं नजर आईं, जहां रह-रहकर सिसकियां उठ रही हैं। गांव में तनाव को देखते हुए पुलिस और पीएसी तैनात है। अधिकारियों के वाहनों का आनाजाना बना हुआ है। गांव में महिला प्रधान बैस ठाकुर बिरादरी का है। हत्या आरोपी पक्ष परिहार ठाकुर परिवार इकलौता है। हत्या आरोपी पूर्व प्रधान के परिवार से हैं।
सन्नाटे के बीच उठ रहीं सिसकियां
गांव की कुल आबादी करीब 2500 के आसपास है। यहां पर 20 परिवार बैस ठाकुर बिरादरी के हैं। 10 से 12 परिवार अनुसूचित जाति के हैं। 35 परिवार निषाद बिरादरी तथा दो परिवार नाई बिरादरी के हैं। महिला प्रधान का घर गांव के किनारे है। सामने रास्ता है और इसके बाद प्रधान के खेत हैं। मंगलवार को सुबह-सुबह गांव गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा और इसके बाद गांव में सन्नाटा पसरा है। एक परिवार के तीन जवान सदस्यों की हत्या को लेकर पूरा दिन लोगों में चर्चाएं होती रहीं। हर कोई सामूहिक हत्याकांड की निंदा कर रहा है।
आरोपी पक्ष के घरों पर लटक रहे ताले
हत्यारोपी पक्ष के सभी घरों के दरवाजों पर ताले लटक रहे हैं। वारदात के बाद भारी पुलिस बल के साथ पीएसी पहुंच चुकी है। जवान पूरे गांव में गश्त कर रहे हैं। सशस्त्र पुलिस के जवानों के बूटों की आवाज गांव में पसरे सन्नाटे को तोड़ रही है। लाशें पोस्टमार्टम में जाने के बाद सिर्फ महिलाएं ही गांव में नजर आ रहीं हैं। ज्यादातर लोग पोस्टमार्टम हाउस चले आए हैं।