


“मुझे उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारियों, कथित सीक्रेट सर्विस एजेंट से कई कॉल आए। मुझे आतंकवादी संगठनों से कथित धमकियों के बाद पुलिस सुरक्षा प्रदान की गई है। मुझे भारतीय अदालतों में लंबी मुकदमेबाजी से गुजरना पड़ा। कई लोगों ने मुझ पर गंभीर आरोप लगाए। मैं अभी भी बांग्लादेश की अदालतों में फर्जी मुकदमेबाजी से जूझ रहा हूं…”।

उन्होंने आगे लिखा, “यह सब एक ऐसी फिल्म की रिलीज को रोकने के लिए किया गया, जिसमें शेख हसीना की सरकार और सरकारी मशीनरी का असली चेहरा दिखाया गया था। यह एक ऐसी सरकार थी जो बांग्लादेश के बाहर किसी को यह नहीं बताना चाहती थी कि वे पूरी तरह से अयोग्य हैं और एक अत्यधिक सत्तावादी नेता द्वारा संचालित हैं जो खुद के खिलाफ किसी भी आलोचना से डरती हैं। वे हमारी आवाज और एक ऐसी कहानी कहने के हमारे अधिकार को बंद करके अपने खून से सने हाथों को छिपाना चाहते थे जो हमारे समय का आईना है। मुझे उम्मीद है कि बांग्लादेश के लोगों के साथ-साथ हर उस देश को न्याय मिलेगा जो इस तरह की व्यवस्था के प्रति संवेदनशील हो सकता है। समानता, सत्य और न्याय की हमेशा जीत होनी चाहिए। स्वतंत्र दुनिया के हर नागरिक को ऊंचा उठना चाहिए।” धर्म बनाम कट्टरपंथ पर आधारित फराज में जहान कपूर, आदित्य रावल, जूही बब्बर और आमिर अली नजर आए थे। भारत में यह फिल्म 3 फरवरी 2023 को रिलीज हुई थी।