Friday, October 4, 2024
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इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पुरा छात्र सम्मेलन का शुभारंभ

प्रयागराज। इलाहाबाद विश्वविद्यालय में शनिवार को पुरा छात्र सम्मेलन (एलुमनाई मीट), ‘फ़ैमिलियर फेसेस फीएस्टा’ का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री आशीष कुमार चौहान, कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव, यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद एलुमिनाई एसोसिएशन के प्रधान प्रो. हेराम्ब चतुर्वेदी और सचिव प्रो. कुमार बीरेंद्र ने दीप प्रज्जवलित कर की। इसके बाद संगीत विभाग के विद्यार्थियों ने कुलगीत प्रस्तुत किया।

इसमें देश-विदेश के अलग-अलग हिस्से से आए विश्वविद्यालय के पुरा छात्र शामिल हुए। सम्मेलन में भारत के सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, वर्तमान में सर्वोच्च न्यायालय में कार्यरत न्यायाधीश और उच्च न्यायालयों में पदासीन न्यायाधीश सहित कई लोग भाग ले रहे हैं। इसी के साथ, देश के सभी प्रमुख शहरों में फैले विभिन्न पदों पर आसीन अधिकारी भी शामिल हुए। फिल्म एवं साहित्य जगत में देश-विदेश में नाम कमा रहे पुरा छात्रों ने भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

इस दौरान भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस वीएन खरे ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के अपने अनुभव साझा किए। सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस विक्रम नाथ ने कहा कि वह अपने विद्यार्थी जीवन में साइकिल से पूरे शहर को नापा करते थे। उन्होंने मौजूद लोगों से अपील की है कि विश्वविद्यालय खासकर विज्ञान संकाय को देखकर इसके गौरवशाली इतिहास को समझें, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से जुड़ाव गर्व की बात है। वहीं, सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस कृष्णमुरारी ने कहा कि अपनी शिक्षा, ज्ञान एवं अपने कृतज्ञता से भरे व्यक्तिव का श्रेय इलाहाबाद विश्वविद्यालय को देते हुए कहा कि इस संस्था ने मेरे जीवन को एक सार्थक दिशा प्रदान की है।

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस सुधांशु धुलिया ने भी अपने अनुभव साझा किए। वहीं, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश जस्टिस पंकज मित्तल से शिक्षकों की तारीफ करते हुए कहा इस विश्वविद्यालय में शिक्षक ऐसे पढ़ाते थे कि परीक्षा के लिए किताब खोलने की जरूरत ही नहीं पड़ती थी।

वहीं, फिल्म निर्देशक तिग्मांशू धुलिया ने कहा कि जब मैं यहां पढ़ता था तब शिक्षक ऐसी फर्रारेदार अंग्रेजी बोलते थे कि ऐसा लगता था कि वह भारत में नहीं बल्कि ऑक्सफोर्ड में बैठे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि यदि मैं इलाहाबाद विश्वविद्यालय में नहीं होता तो मुंबई में इतना बड़ा नाम नहीं कमा पाता। इस दौरान पुरा छात्र प्रवीण राय सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।

अपने अध्यक्षीय भाषण में कुलपति प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने दुनिया के अलग-अलग हिस्से से आए पुरा छात्रों का विश्वविद्यालय में स्वागत किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय केवल इमारतों एवं चहारदीवारी से नहीं बनता है, बल्कि उसकी पहचान वहां से पढ़कर निकले हुए विद्यार्थियों की उपलब्धियों से बनती है। यहां के विद्यार्थियों ने जीवन के हर क्षेत्र में अपनी उपलब्धियों से विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। विश्वविद्यालय आज भी उत्कृष्ट शिक्षा, ज्ञान एवं कौशल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसके लिए यहां के शिक्षक एवं अन्य कर्मचारी पूरी लगन के साथ दिन-रात मेहनत करते रहते हैं। हमारे पूर्व विद्यार्थियों के सहयोग से ईश्वर टोपा भवन का निर्माण हुआ है। उन्होंने आशा जताई कि आगे भी पुरा छात्र इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विकास में भरपूर सहयोग करते रहेंगे। कुलपति ने यह भी कहा कि जिस तरीके से विश्वविद्यालय अभी कार्य कर रहा है, निश्चित तौर पर एनआईआरएफ के सर्वश्रेष्ठ 200 संस्थाओं की सूची में अपना स्थान बनाएगा तथा नैक में ए प्लस प्लस रेटिंग अर्जित करेगा।

कार्यक्रम का संचालन प्रोफेसर जया कपूर और डॉ. सोनल शंकर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन एलुमिनाई एसोसिएशन के सचिव प्रो. कुमार बीरेंद्र ने किया। कार्यक्रम के दौरान भरतनाट्यम नृत्यांगना उर्वशी जेटली ने भरतनाट्यम की मनमोहक प्रस्तुति दी।

मुंबई और दिल्ली चैप्टर को मिला संबंधता प्रमाणपत्र

पुरा छात्र सम्मेलन के दौरान यूनिवर्सिटी ऑफ इलाहाबाद एलुमिनाई एसोसिएशन की आरे से मुंबई और दिल्ली चैप्टर को संबंधता प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया गया।

एलुमनाई एसोसिएशन का मोबाइल ऐप लांच, पुस्तकों का लोकार्पण

इस सम्मेलन में एलुमनाई एसोसिएशन के मोबाइल ऐप “यूओएएए” के चासंलर प्रो आशीष कुमार चौहान एवं वीसी प्रो. संगीता श्रीवास्तव ने लॉन्च किया। विश्वविद्यालय पर आधारित फिल्म ‘द बनियान ट्री’ को भी रिलीज किया गया। इस दौरान उत्तर प्रदेश के डीजीपी रहे श्री ओम प्रकाश सिंह की पुस्तक ‘क्राइम, ग्राइम एंड गुप्शन’ का अनावरण किया गया। इसी क्रम में पुरा छात्रा अनामिका श्रीवास्तव का काव्य संग्रह ‘शब्दनाद’ का लोकार्पण किया गया। वहीं, पुरा छात्र वीरेंद्र ओझा की पुस्तक ‘दास्तान और भी है’ का अनावरण किया गया।

फूड कोर्ट और शिल्प प्रदर्शनी ने लुभाया

निराला आर्ट गैलरी के पास फूड कोर्ट और कला एवं शिल्प प्रदर्शनी लगाई गई। देश-विदेश से आए एलुमनाई ने यहां पर लज़ीज़ खाने का लुत्फ उठाया। प्रदर्शनी की सुंदरता ने भी पुरा छात्रों का मन मोहा।

सांस्कृतिक संध्या में गीतों एवं गजलों से बांधा समां

एलुमनाई मीट के पहले दिन शाम में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इसमें भजन, तबला वादन, सितार वादन, लोक संगीत, रूसी गीत, वेस्टर्न क्लासिक गीत, कविताएं एवं गजल की प्रस्तुति दी गई। इसके साथ ही समूह नृत्य की प्रस्तुति दी गई।

आज होगा कुमार विश्वास का कविता पाठ

सम्मेलन के दूसरे दिन रविवार की शाम को बरगद लॉन में देश के जाने-माने कवि डॉ. कुमार विश्वास अपनी काव्य प्रस्तुति देंगे। इसमें कवि संदीप भोला, कविता तिवारी, राजीव राज और प्रियांशु गजेन्द्र भी श्रोताओं को गुदगुदाएंगे।

रविवार को होंगे ये कार्यक्रम

प्रातः 6.30 बजे विश्वविद्यालय में हैरिटेज वॉक/संगम भ्रमण (सेंट्रल लाइब्रेरी गार्डन से)
प्रातः 9.30 बजे से निराला कला ग्राम में कला प्रदर्शिनी एवं फूड फेस्टिवल
शाम 5 बजे से ईश्वर टोपे कॉम्प्लेक्स में ओपन माइक कार्यक्रम
शाम 7.30 बजे से बरगद लॉन में कवि सम्मेलन, डॉ कुमार विश्वास सहित अन्य कवियों की प्रस्तुतियां होंगी।
कार्यक्रम का लाइव प्रसारण विश्वविद्यालय के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर किया जाएगा, इसका लिंक विश्वविद्यालय की वेबसाईट पर उपलब्ध है।

 

Anveshi India Bureau

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