संगम पर कुंभवाणी केंद्र की स्थापना के लिए हाईफ्रीक्वेंसी वाले टॉवर स्थापित किए जाएंगे। नवनीत सहगल के समक्ष दूरदर्शन केंद्र के प्रमुख अभिषेक तिवारी ने कार्ययोजना का खाका प्रस्तुत किया। महाकुंभ में स्थापित होने वाले इस नए स्टेशन का नाम कुंभवाणी दिया गया है।
महाकुंभ-2025 के सांस्कृतिक वैभव को विश्व पटल पर प्रसारित करने के लिए प्रसार भारती की ओर से व्यापक कार्ययोजना को अंतिम रूप दे दिया गया है। इसके लिए प्रयागराज पहुंचे प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत सहगल ने अफसरों संग संगम पर नए ट्रांसमीटर की स्थापना और रिले केंद्र बनाने की योजना की विस्तार से समीक्षा की। तय हुआ कि महाकुंभ के प्रसारण के लिए आकाशवाणी के प्रयागराज केंद्र की ओर के संगमतट पर अलग ट्रांसमीटर लगाया जाएगा। इस ट्रांसमीटर का नाम कुंभवाणी होगा। इसके जरिये देश-दुनिया के लोग महाकुंभ के सांस्कृतिक वैभव से रेडियो के जरिये परिचित हो सकेंगे।
संगम पर कुंभवाणी केंद्र की स्थापना के लिए हाईफ्रीक्वेंसी वाले टॉवर स्थापित किए जाएंगे। नवनीत सहगल के समक्ष दूरदर्शन केंद्र के प्रमुख अभिषेक तिवारी ने कार्ययोजना का खाका प्रस्तुत किया। महाकुंभ में स्थापित होने वाले इस नए स्टेशन का नाम कुंभवाणी दिया गया है। इस नए केंद्र के तहत संगम तट से कुंभवाणी में रेडियो की तीन सभाएं चलेंगी। दूर दर्शन केंद्र की ओर से भी कुंभ की संस्कृति पर आधारित कार्यक्रमों का प्रसारण होगा। रेडियो और दूरदर्शन केंद्र के सलाहकार हर्षित कुमार ने बताया कि प्रात:कालीन सभा से कुंभ रेडियो की शुरुआत होगी। इसके बाद मध्यकालीन और सांध्यकालीन सभाओं के जरिये कुंभ के कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे।
इसमें प्रमुख संतों के विशेष साक्षात्कार, धर्म सम्मेलनों का तो प्रसारण होगा ही, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी और माघी पूर्णिमा स्नान पर्वों का राष्ट्रीय स्तर पर आंखों देखा हाल प्रसारित किया जाएगा। इसके अलावा छावनी प्रवेश(पेशवाई) और अखाड़ों के राजसी स्नान( शाही स्नान) का भी सजीव प्रसारण किया जाएगा। इसके लिए स्टाफ भी चयनित किए जाएंगे। कंपेयरों के अलावा अन्य कर्मियों की तैनाती की जाएगी। ताकि, संगम पर कुंभवाणी का प्रसारण यादगार बनाया जा सके। इस समीक्षा बैठक में मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत और कुंभमेलाधिकारी विजय किरन आनंद उपस्थित थे।
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