भारतीय जनता पार्टी सिविल लाइन कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि पश्चिम बंगाल कोलकाता हाई कोर्ट के द्वारा 5 लाख अंसवैधानिक रूप से 2010 से लेकर 2024 तक बनाए गए ओबीसी प्रमाण पत्र रद्द किए जाने के फैसले का स्वागत करता हूं और पश्चिम बंगाल हाई कोर्ट के द्वारा दिए गए फैसले पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के द्वारा पश्चिम बंगाल हाई कोर्ट के खिलाफ दिया गया बयान एक घटिया तुष्टिकरण की राजनीति से प्रेरित है जिसकी मैं निंदा करता हूं उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ममता बनर्जी के खिलाफ ओबीसी आरक्षण में बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों, और घुसपैठियों को ओबीसी आरक्षण में असंवैधानिक रूप से लाभ दिए जाने को लेकर विरोध करती रही है जो आज सिद्ध हो गया है उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी अपनी वोट बैंक की घटिया तुष्टिकरण की राजनीति के लिए ओबीसी समाज के आरक्षण में डाका डालकर बांग्लादेशी रोहिंग्या मुसलमानों और घुसपैठियों को देना चाहती है लेकिन भारतीय जनता पार्टी किसी भी कीमत पर देश के पिछड़ों दलितों और वंचितों का हक छिनने नहीं देगी और आगे कहा कि कांग्रेस ने 70 सालों तक देश के गरीब दलित पिछड़े आदिवासी एवं महिलाओं के साथ अन्याय करती रही अब स्वयं शहजादे ने भी इस बात की मोहर लगा दी है उन्होंने कहा कि कल एक कार्यक्रम में कांग्रेस के शहजादे ने एक बड़ा सच स्वयं ही स्वीकार कर लिया है कि उनकी दादी उनके पिताजी उनकी माता के समय जो सिस्टम बना वह दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों का घोर विरोधी रहा है और कांग्रेस ने इसी सिस्टम से एससी, एसटी, ओबीसी की कितनी ही पीढ़ियों को तबाह किया और आज कांग्रेस की काली सच्चाई देश की जनता के सामने आ गई है उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने 40 साल तक ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता नहीं दी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओबीसी कमीशन को संवैधानिक मान्यता देने का कार्य किया और आगे कहा कि कांग्रेस ने अपने शासित राज्यों में दलितों ,पिछड़ों और आदिवासियों का आरक्षण छीन कर मुसलमानों को देने का पाप किया और आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस ऐसा करने के कई बार प्रयास कर चुकी है और कर्नाटक में तो दिया भी जा रहा है इतना ही नहीं कांग्रेस की सरकार ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और जामिया, मिल्लिया, इस्लामिया जैसे शिक्षण संस्थानों में भी ओबीसी दलित और आदिवासियों का आरक्षण खत्म कर दिया उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दलितों से इतनी चिढ़ थी कि पंडित नेहरू और इंदिरा गांधी ने अपने जीते जी प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए खुद को तो भारत रत्न दिया जबकि बाबा साहब को नहीं दिया और संसद में बाबा साहब का चित्र भी नहीं लगने दिया लेकिन जब केंद्र में भाजपा के समर्थन से सरकार बनी तो बाबा भीमराव अंबेडकर जी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया उन्होंने आगे कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर ने स्वयं कहा था कि पंडित नेहरू ने दलितों पिछड़ों के लिए कुछ भी नहीं किया और कहा कि रंगनाथ मिश्र की कमेटी हो या सच्चर कमेटी हो हर बार कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों एवं आदिवासियों के हक को छीनने की साजिश रची और वास्तव में कांग्रेस का ट्रैक रिकॉर्ड दलितों पिछड़ों, गरीबों और आदिवासियों के साथ अन्याय का रहा है और उनका हक छीन कर अपने वोट बैंक के लिए अपने चहते मुसलमान को देने को रहा है और इस बात की पुष्टि मनमोहन सरकार ने दो-दो बार की कि देश की संसाधनों पर पहला हक मुसलमानो का है और राहुल गांधी भी कह चुके हैं कि मुसलमान को हम आरक्षण देंगे और यही इनका हिडेन एजेंडा है इसलिए इनसे सावधान रहने की जरूरत है और यही सोच पूरे इंडी गठबंधन की है और आगे कहा कि ममता बनर्जी ने ओबीसी का आरक्षण छीन कर मुसलमानों को दिया और मुसलमानो को ओबीसी का दर्जा दिया और उसे कांग्रेस और सपा उत्तर प्रदेश में सीट के रूप में दे रही है वास्तव में यह इनकी तुष्टिकरण की राजनीति की पराकाष्ठा है ।
Anveshi India Bureau