नाज़रेथ अस्पताल में एक मरीज के नाक का दूरबीन विधि द्वारा ऑपरेशन करके एक जीवित फॉरेन बॉडी (जोक) को सफलतापूर्वक आज निकाला गया। मरीज की एक नाक से कई दिनों से रक्त बह रहा था और नाक के अंदर अजीब सी हलचल भी महसूस हो रही थी।
जब मरीज को नाज़रेथ अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में ले जाया गया और जांच की गई, तो पता चला कि एक जिंदा जोक उसके बाएं नाक में काफी गहराई में, टर्बिनेट के पीछे छिपा हुआ था और धीरे-धीरे वहाँ से रक्त को चूस रहा था।
इस ऑपरेशन को नाज़रेथ अस्पताल के ईएनटी विभाग के सर्जन डॉ सुभाष चंद्र वर्मा ने दूरबीन विधि द्वारा बिना आस-पास की सामान्य संरचना को नुकसान पहुँचाए सुगमता से अंजाम दिया। शुक्र है कि जोक नाक के रास्ते दिमाग या आँख में नहीं गया।
इस सफल ऑपरेशन को अंजाम देने वाली टीम में एनेस्थेटिस्ट डॉ० एस बी सिंह, सिस्टर अन, सिस्टर शिनू, डॉ अनिर्विना आदि सम्मिलित रहे।
वरिष्ठ नाक कान एवं गला सर्जन डॉ सुभाष चंद्र वर्मा ने बताया कि मरीज उत्तराखंड के एक वॉटरफॉल के रुके हुए पानी में दो हफ्ते पहले नहाया था। तालाब या पोखरे में नहाने वाले लोगों के शरीर के बाहरी हिस्सों में जोक चिपकी हुई तो देखने में मिल जाती है, लेकिन नाक के अंदर जोक का मिलना एक अद्भुत और दुर्लभ घटना है।
Anveshi India Bureau