महाकुंभ के मद्देनजर होने वाले ज्यादातर कार्यों की पहले ही अनुमति ली जा चुकी है लेकिन शहर को संवारने तथा विभागों के स्तर पर होने वाले कई अन्य कार्यों को शुरू करने के लिए आचार संहिता खत्म होने का इंतजार है।
लोकसभा चुनाव खत्म हो गया है। अब महाकुंभ की तैयारियों का शोर सुनाई देगा। चुनावी आचार संहिता खत्म होने के साथ विकास कार्यों तथा शहर को संवारने के काम को भी पंख लगेंगे। महाकुंभ-2025 से पहले पूरे शहर तथा आसपास के इलाकों को पूरी तरह से बदलने की तैयारी है।
महाकुंभ के मद्देनजर होने वाले ज्यादातर कार्यों की पहले ही अनुमति ली जा चुकी है लेकिन शहर को संवारने तथा विभागों के स्तर पर होने वाले कई अन्य कार्यों को शुरू करने के लिए आचार संहिता खत्म होने का इंतजार है। नगर निगम में रुके कार्यों की बात करें तो नए वित्तीय वर्ष में सड़कों के निर्माण, मरम्म्त, गलियों की मरम्मत एवं नाली निर्माण, पार्कों के सुंदरीकरण समेत कई कार्यों के प्रस्ताव मंजूरी के स्तर पर ही लंबित हैं।
जलकल में भी स्टील बॉडी वाले 30 टैंकर, पांच ट्रैक्टर आदि की खरीद का निर्णय लिया गया है। प्रशासनिक स्तर पर इसे मंजूरी मिल गई है लेेकिन टेंडर आदि की प्रक्रिया बाधित हो गई। बजट स्वीकृत नहीं होने के कारण ग्रामीण विकास के भी कार्य पूरी तरह से रुके हैं। विधायक निधि से होने वाले काम ठप हैं। इसी तरह से अन्य विभागों के भी विकास कार्य प्रभावित हुए हैं लेकिन चुनाव खत्म हो गया है। आचार संहिता खत्म होने के साथ सभी तरह की बाधाएं खत्म हो जाएंगी और विकास कार्यों को गति मिलेगी।
डेयरियों को बाहर करने की आएगी नीति
मिलेगा योजनाओं का लाभ
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