संगम तट पर स्थित श्री बड़े हनुमान जी मंदिर पर हनुमान कॉरिडोर का निर्माण मंगलवार को विधिवत शुभारंभ हो गया। मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भूमि पूजन किया।
संगम तट पर बड़े हनुमान मंदिर कॉरिडोर का निर्माण कार्य मंगलवार से शुरू हो गया। इसका टेंडर यूनिवस्तु बूट्स इंफ्रा लिमिटेड को मिला है। कंपनी के इंजीनियरों ने पीडीए अधिकारियों की मौजूदगी में श्री बडे़ हनुमान मंदिर के महंत बलवीर गिरि ने वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भूमि पूजन किया। पहला चरण दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है। करीब 40 करोड रुपये लागत का अनुमान है। अगले चरण का काम महाकुंभ के बाद होगा।
कॉरिडोर का निर्माण 11,186 वर्गमीटर (2.76 एकड़) में होगा। एजेंसी सबसे पहले चहारदीवारी बनाएगी। निर्माण के साथ कब्जा हटाने की भी प्रक्रिया होगी। वर्तमान में मंदिर और सामने के पार्क का जो परिसर है, लगभग उतने में ही कॉरिडोर का निर्माण होगा।
अभी मंदिर में प्रवेश के लिए दो द्वार हैं। कॉरिडोर बनने के बाद छह द्वार हो जाएंगे, तब प्रवेश अक्षयवट मार्ग से होगा। श्रद्धालु संगम स्नान करके निकलेंगे तो अक्षवट मार्ग से मंदिर कॉरिडोर में दाखिल होंगे और दर्शन करके बांध की ओर से निकलेंगे। इससे पहले वह अक्षयवट का भी दर्शन कर सकेंगे। कॉरिडोर की चहारदीवारी पर पूजन सामग्री और प्रसाद की 40 दुकानें बनाई जाएंगी।
6170 वर्गमीटर में बनेगा ओपन हाॅल
6170 वर्गमीटर का ओपन हाॅल रहेगा। मंदिर में प्रवेश के लिए घुमावदार रास्ता 624 वर्गमीटर में होगा। इसके अलावा सिक्योरिटी रूम, किचन, सुविधा ब्लाॅक और महंत भवन बनाए जाएंगे। श्रद्धालुओं के बैठने के लिए बेंच लगाई जाएगी। हरियाली की भी व्यवस्था रहेगी। मंदिर के गर्भगृह को छोड़कर अन्य काम दिसंबर तक पूरा हो जाएगा। इसका टेंडर 38.73 करोड़ रुपये का हुआ है।
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