सोमवार को माफिया अतीक अहमद के अंत के एक साल हो गए। 15 अप्रैल को ही मोतीलाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (कॉल्विन) के गेट पर पूर्व सांसद अतीक और उसके भाई पूर्व विधायक खालिद अजीम उर्फ अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनों को उनके घर चकिया के नजदीक स्थित कसारी-मसारी कब्रिस्तान में दफनाया गया था। फरार चल रही पत्नी शाइस्ता परवीन और अशरफ की पत्नी जैनब का अभी तक पता नहीं चला है।
घटना के एक साल बाद भी चकिया स्थित घर पर रोज की तरह सन्नाटा पसरा रहा और इस रोड पर चलने वाले ई-रिक्शा चालक खंडहरनुमा मकान के अगल बगल लगे अशोक के पेड़ के नीचे आराम फरमाते दिखे। वहीं कब्रिस्तान पर भी रोज की तरह सियापा रहा। यहां तो पुलिस का पहरा था न ही लोगों की आवाजाही थी, बावजूद इसके परिवार का कोई सदस्य पहली बरसी पर अतीक और अशरफ के साथ अतीक के बेटे असद के कब्र पर नहीं पहुंचा।