गंगा पंडाल, कन्वेंशन सेंटर, जर्मन हैंगर स्टाइल वाले पंडाल, पैगोड़ा स्टाइल वाले टेंटेज के लिए कंपनियां आमंत्रित की गईं। इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। ऐसे में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए के लिए अभी से इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं।
लोकसभा चुनाव के बाद महाकुंभ-2025 को ग्रीन, क्लीन बनाने के लिए मेला प्राधिकरण ने तैयारियां तेज कर दी हैं। शनिवार को अस्थायी कार्यों के लिए टेंडर जारी कर दिए गए। भव्य गंगा पंडाल, कन्वेंशन सेंटर, जर्मन हैंगर स्टाइल वाले पंडाल, पैगोड़ा स्टाइल वाले टेंटेज के लिए कंपनियां आमंत्रित की गईं। इस बार महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। ऐसे में श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए के लिए अभी से इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं।
पहली बार इस महाकुंभ मेला क्षेत्र में अस्थायी सर्किट हाउस और गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा। देश-विदेश से आने वाले विशिष्ट जनों और राज्य अतिथियों के लिए मेला क्षेत्र में 55 सुइट का अस्थायी सर्किट हाउस बनाया जाएगा। वीआईपी किला घाट के पास इस सर्किट हाउस का निर्माण शहर के चंद्रशेखर आजाद सर्किट हाउस की तर्ज पर कराया जाएगा। इस सर्किट हाउस के पास ही वीआईपी घाट पर डुबकी भी लगाई जा सकेगी।
अस्थायी सर्किट हाउस के अलावा मेला क्षेत्र में सेक्टरवाइज 25 हजार बेड के गेस्ट हाउस भी बनाए जाएंगे। वहां टॉयलेट और यूरिनल की भी विशेष सुविधा होगी। गेस्ट हाउस मेला क्षेत्र के कई स्थानों पर बनाए जाएंगे। मेला क्षेत्र में गंगा पंडाल एवं कन्वेंशन-हॉल का भी निर्माण किया जाएगा। जर्मन हैंगर वाले इन पंडालों में 10 हजार से अधिक श्रद्धालुओं के बैठने की सुविधा होगी। इसके लिए अलग से बजट जारी होगा। स्नान घाटों, प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग और जाली लगाई जाएगी। इसके अलावा लाइन बैग, मोबाइल टायलेट और डस्टबिन के लिए भी निविदा जारी कर दी गई है।
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