हेलिपोर्ट पर तीन हेलिकॉप्टरों की एक साथ लैंडिंग हो सकेगी और साथ में उड़ान भर सकेंगे। यहां से श्रद्धालु संगम के अलावा अक्षयवट, सरस्वती कूप और समुद्र कूप का हवाई दर्शन कर सकेंगे। हेलिपोर्ट पर वेटिंग हॉल, टिकट विंडो और फायर टेंडर की सुविधा होगी।
महाकुंभ में संगमनगरी में हेलि संगम दर्शन योजना की शुरुआत होगी। इसके लिए यमुना तट पर हेलिपोर्ट से संगम के ऊपर हेलिकॉप्टर उड़ान भरेंगे। यमुना तट पर बोट क्लब के पास हेलिपोर्ट तैयार है। इसके अलावा झूंसी और अरैल में दो स्थायी हेलिपोर्ट भी बनाए जाएंगे। योजना का संचालन पीपीपी मॉडल पर होगा। संगम के पास बनने वाला यह प्रदेश का पहला हेलिपोर्ट होगा।
हेलिपोर्ट पर तीन हेलिकॉप्टरों की एक साथ लैंडिंग हो सकेगी और साथ में उड़ान भर सकेंगे। यहां से श्रद्धालु संगम के अलावा अक्षयवट, सरस्वती कूप और समुद्र कूप का हवाई दर्शन कर सकेंगे। हेलिपोर्ट पर वेटिंग हॉल, टिकट विंडो और फायर टेंडर की सुविधा होगी। इसके लिए एंबुलेंस भी तैनात की जाएगी। पर्यटन विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कराया है।
प्रयागराज में हेलिपोर्ट की सुविधा से पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए बेहतर अनुभव होगा। इससे सैलानियों की संख्या बढ़ेगी। रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और आर्थिक विकास के साथ राजस्व में वृद्धि होगी। – मुकेश कुमार मेश्राम, प्रमुख सचिव पर्यटन
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