शुक्रवार शाम को भयहरण नाथ धाम कांवड़ ले जाने के लिए श्रृंग्वेरपुरधाम पहुंचा कांवड़ियों के जत्था को काफी दिक्कतें हुईं। जल भरने पहुंचे कांवड़ियों का कहना है कि साफ सफाई न होने और लाइट की व्यवस्था न होने से परेशान हुए।
सावन का महीना चल रहा है। शिव भक्त गंगा जल के लिए श्रृंग्वेरपुरधाम पहुंच रहे हैं, लेकिन शासन द्वारा कोई मूलभूत सुविधा न होने से कांवड़ियों को परेशानियां उठानी पड़ रही हैं। शुक्रवार रात को गंगा जल भरने के लिए पहुंचे कांवड़ियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। शाम होते ही छाये हुए अंधेरे के बीच कांवड़ियों को गंगा जल भरने मे असुविधा हुई। कई कांवड़िया तो गिर कर चोटिल भी हो गए। श्रृंग्वेरपुरधाम के श्रीरामघाट मे एक तरफ अंधेरा और दूसरी तरफ पत्थरों का ढेर परेशानियां बढ़ा रहा है।
शुक्रवार शाम को भयहरण नाथ धाम कांवड़ ले जाने के लिए श्रृंग्वेरपुरधाम पहुंचा कांवड़ियों के जत्था को काफी दिक्कतें हुईं। जल भरने पहुंचे कांवड़ियों का कहना है कि साफ सफाई न होने और लाइट की व्यवस्था न होने से परेशान हुए। श्रृंग्वेरपुरधाम प्रतिदिन कांवड़ियों का जमावड़ा हो रहा है। खसकर रविवार को कांवड़ियों का जमावड़ा विशेष रूप से होता है। बाबा धाम, हउदेश्वर नाथ, पड़िला महादेव, भयहरणनाथ धाम समेत अन्य शिवालयों मे जलाभिषेक के लिए कांवड़ियों का समूह श्रृंग्वेरपुरधाम गंगा जल लेने पहुंचता है।
श्रृंग्वेरपुर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष अरुण द्विवेदी का कहना है कि श्रृंग्वेरपुरधाम मे सावन महीने मे किसी प्रकार की सुविधा शासन द्वारा नहीं की गईं है। शाम को श्रीरामघाट पर अंधेरा होने से श्रद्धालुओं और कांवड़ियों को दिक्क़ते हो रही है। इसके साथ फ्लोटिंग बैरिकेडिंग की आवश्यकता भी है। पिछले साल डीसीपी गंगानगर के सामने हमने बैरिकेडिंग करवाई थी, लेकिन उसको भी उखाड़ दिया गया| सावन के लिए घाट पर पुलिस बूथ की व्यवस्था हो | श्रृंग्वेरपुरधाम मे सावन मेला संपन्न करने के लिए कोई बैठक शासन प्रशासन की तरफ से नहीं की गई।
श्रृंग्वेरपुरधाम तीर्थ क्षेत्र है, लेकिन शासन की संवेदनहीनता के कारण कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किये गए हैं। इसके साथ सुअरो का आतंक श्रृंग्वेरपुरधाम मे बना हुआ है। आचमन के लिए गंगा जल ले पाना भी समस्या बना हुआ है। श्रृंग्वेरपुरधाम मे जल पुलिस है लेकिन पुलिस दिखाई नही दे रही । – महंत मानस बाबा, महंत कंकाल काली, श्रृंग्वेरपुरधाम
सावन का पवित्र महीना चल रहा है। चारों तरफ गंदगी का अम्बार लगा हुआ है। महिलाओ के लिए चेन्जिंग रूम तक की उचित व्यवस्था नहीं है। वही श्रीरामघाट की सीढ़ियों पर गंदगी बिखरी हुई है। – पप्पू त्रिपाठी, तीर्थ पुरोहित
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