होली के बाद आए पहले रविवार को काम पर वापस लौटने वाले लोगों की रेलवे स्टेशन ओर बस स्टेशन पर खूब भीड़ उमड़ी। रविवार को प्रयागराज से दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, वाराणसी की ओर जाने वाली ट्रेनें यात्रियों से ठसाठस रही। तमाम ट्रेनों में यात्रियों को खड़े होने तक की भी जगह नहीं मिली। दिल्ली रूट की स्थिति सबसे ज्यादा खराब रही। इस रूट की अधिकांश ट्रेनों में जहां एक ओर लंबी प्रतीक्षा सूची रही तो वहीं दूसरी ओर कई ट्रेनों में नो रूम भी रहा।
बताया जा रहा है कि अभी अगले कई दिन यात्रियों की राह आसान नहीं है। रविवार को दिल्ली रूट की तरफ जाने वाली अधिकांश ट्रेनों खूब भीड़ गई। इस सीजन में यह पहला ऐसा मौका रहा जब प्रयागराज एक्सप्रेस के स्लीपर एवं थर्ड एसी के तत्काल कोटे में नो रूम हो गया। इसके सामान्य कोटे में स्लीपर में प्रतीक्षा सूची 248, एसी थ्री में 114 एवं एसी टू में प्रतीक्षा सूची 93 रही।
प्रयागराज के एसी फर्स्ट में भी प्रतीक्षा सूची 28 तक पहुंच गई। वहीं नई दिल्ली जाने वाली 12275 हमसफर एक्सप्रेस के एसी थ्री में प्रतीक्षा सूची 128 रही, जबकि इसके स्लीपर में प्रतीक्षा सूची का आंकड़ा 149 तक पहुंच गया। शिवगंगा के एसी थ्री, एसी टू और स्लीपर में नई दिल्ली के लिए नो रूम रहा। यही स्थिति पुरुषोत्तम एक्सप्रेस की भी रही। उधर आनंद विहार जाने वाली रीवा एक्सप्रेस के स्लीपर में भी लंबे समय बाद नो रूम रहा।
वहीं दूसरी ओर प्रयागराज छिवकी में मुंबई और दक्षिण भारत की तरफ जाने वाली ट्रेनों में खूब भीड़ गई। मुंबई जाने वाली महानगरी एक्सप्रेस, मुंबई मेल, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस के साथ जंक्शन से रवाना हुई काशी एक्सप्रेस, कामायनी एक्सप्रेस आदि ट्रेनें यात्रियों से ठसाठस रहीं। काशी एक्सप्रेस से मुंबई जा रहे अपने रिश्तेदार को छोड़ने के लिए प्रयागराज जंक्शन पहुंचे राजेश केसरवानी ने बताया कि शनिवार सुबह ही उन्होंने तत्काल कोटे से टिकट बुक कराया। कहा कि जंक्शन पर वह सुबह इसके लिए पांच बजे ही पहुंच गए थे। इसी तरह नौचंदी एक्सप्रेस से मेरठ जा रहे शांतनु ने बताया कि उन्होंने दो माह पूर्व ही अपना टिकट बुक करवाया था। स्टेशन आकर देख रहा हूं कि कंफर्म टिकट से ज्यादा प्रतीक्षा सूची वाले यात्री हैं।
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