Thursday, September 19, 2024
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शिव भगवान का स्वरूप है और शंकर है स्वभाव (सतानंद जी महाराज)

कर्तव्य पथ परिवार के तत्वाधान में आयोजित में मुंशी राम प्रसाद की बगिया नारायण वाटिका मुट्ठीगंज में श्री शिव महापुराण की कथा के द्वितीय दिवस पर कथा का रसपान कराते हुए पूज्य श्री सदानंद महाराज ने कहा कि मन एवं चरित्र को पवित्र करती है शिव महापुराण की कथा और मनुष्य का मनुष्यता ना बिगड़ जाए इसलिए कथा का श्रवण करना चाहिए क्योंकि कथा मनुष्य को राष्ट्र के प्रति निष्ठा उत्पन्न कराती है और जन्म और मरण से मुक्त करता है और कहा कि शिव भगवान का स्वरूप है और शंकर भगवान का है स्वभाव और प्रयंकर भगवान का प्रभाव है जो जगत का कल्याण करते हुए पूज्य व्यास जी ने आगे कहा शिव महापुराण में 24000 श्लोक हैं जो गायत्री मंत्र के 24 अक्षर की व्याख्या करता है

कथा के मुख्य यजमान सपना आर्या रही

मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि कथा स्थल नारायण वाटिका में 26 जुलाई को सुबह 9:00 बजे से 11000 पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जाएगा और महा रुद्राभिषेक का आयोजन

कथा की आरती में कुमार नारायण, सतीश चंद्र केसरवानी, मोहित केसरवानी, राम जी केसरवानी शौर्य मिश्रा, साधना चतुर्वेदी, उर्मिला केसरवानी ,राजेश केसरवानी , शैलेंद्र गुप्ता, सांई बाबा,पिंटू कुमार, अभिलाष केसरवानी,राजन शुक्ला ,आशा केसरवानी, उषा केसरवानी, धीरेंद्र चतुर्वेदी, आदि सैकड़ों भक्तगण रहे।

Anveshi India Bureau

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