उच्च शिक्षा निदेशालय ने बीते दिनों राजकीय महाविद्यालयों से पोर्टल पर जानकारी मांगी थी कि शिक्षकों के कितने पद सृजित हैं और इनमें से कितने पद रिक्त पड़े हैं। महाविद्यालयों की ओर से पोर्टल पर अपलोड की गई जानकारी के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के तकरीबन 700 पद रिक्त पड़े हैं।
प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पड़े तकरीबन डेढ़ सौ पदों पर दो साल तक भर्ती फंसी रहेगी। वहीं, लोकसभा चुनाव के बाद साढ़े पांच सौ पदों पर भर्ती शुरू होने के आसार हैं। राजकीय महाविद्यालयों में कुल 700 पद खाली हैं।
उच्च शिक्षा निदेशालय ने बीते दिनों राजकीय महाविद्यालयों से पोर्टल पर जानकारी मांगी थी कि शिक्षकों के कितने पद सृजित हैं और इनमें से कितने पद रिक्त पड़े हैं। महाविद्यालयों की ओर से पोर्टल पर अपलोड की गई जानकारी के अनुसार असिस्टेंट प्रोफेसर के तकरीबन 700 पद रिक्त पड़े हैं। इनमें से साढ़े तीन सौ पदों पर भर्ती के लिए उच्च शिक्षा निदेशालय ने काफी पहले शासन के माध्यम से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को अधियाचन भेज दिया था।
निदेशालय के सूत्रों का कहना है कि बाद में तकरीबन अन्य ड़ेढ सौ पदों का अधियाचन भी शासन को भेज दिया गया है। वहीं, बाकी के डेढ़ सौ पद ऐसे हैं, जिन पर तैनात शिक्षक धारणाधिकार के तहत दूसरे विभागों में चले गए हैं। पद रिक्त होने के बावजूद इन पदाें पर भर्ती के लिए दो वर्ष तक विज्ञापन जारी नहीं किया जा सकता है। ऐसे में दो साल ये पद खाली पड़े रहेंगे।
निदेशालय को भेजा जा चुका है अधियाचन
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